रियाद। दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी अरामको के दो प्रतिष्ठानों में शनिवार को ड्रोन से दो धमाके किए गए। ये दोनों प्रतिष्ठान अबकैक और खुरैस में स्थित हैं। सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। अभी तक सरकार और अरामको की तरफ से घटना को लेकर कोई बयान नहीं आया है। धमाके की जानकारी सबसे पहले दुबई के चैनल अल-अरबिया ने दी। चैनल ने ही बाद में बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।
रोज 70 लाख बैरल क्रूड ऑयल की प्रोसेसिंग
अरामको का दुनिया में सबसे बड़ा क्रूड ऑयल प्रोसेसिंग का प्लांट है। यहां सॉर (खराब गुणवत्ता वाले) क्रूड को स्वीट क्रूड में बदला जाता है। इसके बाद क्रूड को विदेशों में निर्यात के लिए फारस की खाड़ी और लाल सागर भेज दिया जाता है। एक आकलन के मुताबिक, अरामको में एक दिन में 70 लाख बैरल क्रूड प्रोसेस किया जाता है।
आतंकी हमले की जद में रहा प्लांट
बीते सालों में अरामको प्लांट आतंकियों के निशाने पर रहा है। फरवरी 2006 में अलकायदा ने तेल कंपनी पर फिदायीन हमले की कोशिश की थी, जिसे नाकाम कर दिया गया।
रिलायंस में निवेश करेगी अरामको
रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑयल रिफाइनरी और केमिकल बिजनेस में सऊदी अरामको 15 अरब डॉलर (1.06 लाख करोड़ रुपए) में 20% हिस्सेदारी खरीदेगी। यह रिलायंस में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश होगा। यह देश के बड़े विदेशी निवेशों में भी शामिल होगा। इस डील का एग्रीमेंट 75 अरब डॉलर (5 लाख 32 हजार 466 करोड़ रुपए) के वैल्यूएशन पर हुआ है। रिलायंस के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी ने अगस्त में कंपनी की 42वीं एजीएम में यह जानकारी दी थी।
रिलायंस ने बताया कि अरामको से डील पूरी करने के लिए रेग्युलेटरी और अन्य मंजूरियां लेनी होंगी। डील के तहत अरामको जामनगर (गुजरात) स्थित रिलायंस की दो रिफाइनरियों को प्रतिदिन 7 लाख बैरल क्रूड सप्लाई करेगी। अरामको सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी है।