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भाजपा 150 और शिवसेना 124 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, फडणवीस बोले- दोनों दल हिंदुत्व के धागे से जुड़े


मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद शुक्रवार को देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्वव ठाकरे ने संयुक्त प्रेस कॉफ्रेंस की। मुख्यमंत्री ने कहा- भाजपा और शिवसेना हिंदुत्व के धागे से जुड़े हैं। सीट बंटवारे पर लोकसभा चुनाव के दौरान ही फैसला हो चुका था। महाराष्ट्र में इस विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना, रिपाई, रसपा, शिवसंग्राम और रायत क्रांति पार्टी के बीच गठबंधन हुआ है।

इस कॉफ्रेंस में आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदित्य पहली बार चुनाव मैदान में हैं। वे ज्यादा से ज्यादा मतों से चुनाव जीते। अगले 5 सालों में हम महाराष्ट्र को मिलकर सूखा मुक्त करने का प्रयास करेंगे। अब स्पष्ट हो गया है कि विधानसभा चुनावों में भाजपा 288 सीटों में से 150 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है। शिवसेना 124 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी 14 सीटें सहयोगी दलों को दी गई हैं। यह सभी भाजपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे।

महाराष्ट्र के चुनावी इतिहास में शायद यह पहली बार है जब प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद सीट बंटवारे का ऐलान किया गया हो। सीएम ने कहा- मुझे भरोसा है कि आदित्य ठाकरे सबसे बड़ी जीत हासिल करेंगे। आने वाले दिनों में हम बागी  प्रत्याशियों से कहेंगे कि वह अपना नामांकन वापस ले लें। अगर वह नाम वापस नहीं लेंगे तो फिर उन्हें हमारे गठबंधन में कोई पोजिशन नहीं मिलेगी। उद्वव ठाकरे ने आदित्य ठाकरे के लिए सीएम पद की मांग पर कहा कि राजनीति में पहले कदम का मतलब यह नहीं है कि आप मुख्यमंत्री बन जाए। वह अभी-अभी राजनीति में आए हैं। यह अभी उनकी शुरुआत है।

सीट बंटवारे से काफी पहले ही इस तरह की खबरें सामने आ चुकी हैं कि राज्य में यदि एनडीए को बहुमत मिलता है तो मुख्यमंत्री का पद बीजेपी और उप-मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के खाते में जाएगा। ऐसे में मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना से उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को दावेदार बताया जा रहा है।

महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि 24 अक्टूबर परिणामों की घोषणा होगी। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्‍म होगा। फिलहाल 288 सदस्‍यीय महाराष्‍ट्र विधानसभा में भाजपा के 122, शिवसेना के 63, कांग्रेस के 42 और एनसीपी के 41 सदस्‍य हैं।

भाजपा 2014 में 260 सीटों पर चुनाव लड़ी, वहीं शिवसेना ने 282 सीटों परअपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि, शिवसेना की सिर्फ 19.35 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस ने एनसीपी से अलग होकर 287 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की राजनीतिक दोस्ती बाला साहब ठाकरे के समय की है। 1989 में महाराष्ट्र में कांग्रेस का राज खत्म करने के लिए दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन और शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे ने साथ आकर भाजपा-शिवसेना का राजनीतिक गठबंधन बनाया था। इस गठबंधन को सन 1995 में पहली बार महाराष्ट्र की सत्ता मिली थी, जो ज्यादा समय तक नहीं टिक पाई। लेकिन दोनों दलों की दोस्ती तकरीबन 25 साल तक चली और बाला साहब के निधन के दो साल बाद सितंबर 2014 में दोनों पार्टियों का गठबंधन पहली बार टूटा। 

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