तेज और जोरदार बारिश से नदी नालों में आया उफान, मोहनपुरा बांध के 6 और कुशलपुरा बांध के 2 गेट खोले,
अजनार नदी खतरे के निशान से ऊपर, छोटे पुल पर आया पानी
ब्यावरा। जिले में शनिवार से शुरू हुई बारिश ने जिले के हाल - बेहाल कर दिए है। महीने भर देर से आए मानसून की पहली बारिश से नदी, नाले तो उफान पर आए ही साथ ही मोहनपुरा डेम के 6 गेट भी खोलना पड गए। जबकि कुशलपुरा बांध के 2 गेट भी खोले गए।
गेट खोलने के बाद जिले के कई पुल पुलिया के ऊपर से पानी बहने लगा। ब्यावरा की स्थिति यह रही की सावन की पहली बारिश में 2 दिन तक हुई लगातार बारिश से कई निचले इलाकों में जहां पानी भराव देखने को मिला। साथ ही शहर की जीवन दायनी अजनाद नदी खतरे के निशान से ऊपर आ गई। सिविल अस्पताल, तहसील कार्यालय और एसडीएम ऑफिस जाने वाले मार्ग के बीच पडने वाला छोटा पुल ज्यादा बारिश के चलते बंद हो गया। लगातार गिरती बारिश से पुल के उपर एक से ढेड फिट पानी होने के कारण पुलिस ने वेरिकेट लगाकर लोगों को पुल पार न करने की हिदायत दी। दूसरी ओर अहिंसाद्धार और मुल्तानपुरा के कई रिहायशी इलाकों में जल भराव होने से परेशानियों का सामना करना पडा। हालांकि शाम होते होते बारिश थमने से जलभराव की स्थिती में सुधार होने लगा था। प्रशासन ने भी स्थिती पर पूरा नियंत्रण बनाएं रखा और जरूरत पडने पर रास्तों आमजन के यातायात के लिए बंद भी किया।
जलमग्न हुआ नेशनल हाइवे, घरों में आई बाढ़-
पचोर शहर के बीचों बीच से निकलने वाले हाइवे के हाल यह है कि पानी भराव के कारण कारों व ट्रकों को रूकने पर मजबूर कर दिया। जिससे सारे दिन यातायात बाधित रहा। मानसून की पहली जोरदार बारिश में आगरा मुम्बई नेशनल हाईवे के बारिश पूर्व तैयारियों की पोल खोलकर रख दी। पानी निकासी न होने के कारण गुरु पूर्णिमा के दिन से जोरदार बारिश की शुरुआत हुई मानो बारिश आषाढ़ से नाखुश थी।
जैसे ही सावन माह की शुरुआत हुई पूरा नगर पानी से सराबोर हो गया। साथ ही हर बार की तरह करोड़ों रुपयों से बने थर्ड केडेगीरी के नेशनल हाईवे ने भारी बरसात के आगे घुटने टेक दिए। परिणाम हाईवे पर नाले से भी तेज बहाव का पानी देखने को मिला। आसपास लगी हुई कॉलोनियों की भी हालत पतली हो गई। जहां हाइवे से निकलने वाले वाहन कतार बनाकर पानी कम होने का रास्ता देख रहे थे वहीँ दूसरी और कॉलोनी निवासी अपनी कीमती कॉलोनियों के मुख्य मार्ग के खुलने का रास्ता देख रहे थे। दैनिक जरूरत का सामान लाने के लिए कॉलोनी निवासी तरसते रहे। गली कूचों से बदतर हालत कॉलोनियों की हो गई। नेशनल हाईवे निर्माण एजेंसी अपना काम कागजो में पूरा करके इतिश्री कर चुकी हैं।
थाने में घुसा बारिश का पानी-
बोड़ा कस्बे में शनिवार शाम 5 बजे से हो रही बारिश जिससे छोटे पुल (उतावली नदी) के ऊपर 5 फिट पानी आया। बोड़ा कस्बे के बोड़ा पोस्ट ऑफिस के सामने नाली न होने के कारण दुकानो में पानी भर गया। यही स्थिति मेन मार्केट में स्थित कपड़े दुकानो में पानी भराया।अंबेडकर चोक पर स्थित बर्तन ओर जनरल स्टोर्स दुकानो में भराया पानी। अम्बेडकर चोक पर 3 फिट रोड़ से ऊपर पानी रहा। थाना परिसर में पानी भर गया। पीपल्या रसोड़ा, रविवार सुबहा से हो रही तेज बारिश से नदी नाले आए उफान पर जिससे लोगो का आना जाना हुआ। बंद ग्राम गुलखेड़ी एवं कड़िया सांसी, वा कड़िया चौरासिया, गांव के पास निकली उतावली नदी का पानी सुबह 10 बजे से पुल पर होने से गांव वालों का आना जाना रुक गया।