भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल अद्भुत शहर है। अब हम भोपाल शहर को हरित भोपाल, स्वच्छ भोपाल, हाईटेक भोपाल के साथ मेट्रो सिटी भोपाल भी कह सकते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यहाँ वर्ल्ड क्लास रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का शुभारंभ किया है। इस क्रम में अब सितंबर 2023 तक भोपाल में मेट्रो रेल का परिवहन शुरू होगा, जिसका लाखों नागरिकों को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश ने प्रधानमंत्री आवास योजना सहित केन्द्र और राज्य की अनेक योजनाओं में गरीबों का हित सुनिश्चित करते हुए विकास के आयामों को छुआ है। किसी भी क्षेत्र में विकास हो, निर्धन व्यक्ति को परेशान किए बिना उस कार्य और परियोजना की पूर्णता होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. श्री बाबूलाल गौर का स्मरण कर मेट्रो रेल परियोजना के लिए उनके प्रयासों को याद किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज एम्स के पास भोपाल मेट्रो रेलवे परियोजना में बनने वाले 426 करोड़ 67 लाख रूपए की लागत से बनने वाले आठ रेलवे स्टेशनों का भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री सिंह बात कम, काम ज्यादा करते हैं। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं आज इस कार्यक्रम में उपस्थित आमजन से और प्रदेश के नागरिकों से तीन तरह की अपील कर रहा हूँ। पहली अपील यह है कि- प्रत्येक व्यक्ति जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए पर्यावरण की रक्षा में भागीदारी करे। हर व्यक्ति वर्ष में कम से कम एक पेड़ जरूर लगाए। पेड़ लगाने का अवसर स्वयं का जन्मदिन, परिजन का जन्म दिन, विवाह वर्षगांठ और परिवार के दिवंगत सदस्यों के अवसान दिवस का हो सकता है। विवाह जैसे मांगलिक अवसर पर भी पौधे लगाए जाने चाहिए। हम मिलकर हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण बचाने का कार्य करें। साथ ही स्वच्छता और सौंदर्यीकरण में भी सहयोग दें। अपने शहर की सार्वजनिक सम्पत्ति को नष्ट करने का कार्य कोई नहीं करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दूसरी अपील में नागरिकों से स्वयं की सेहत की रक्षा करने की बात कही। कोरोना के संदर्भ में हर व्यक्ति को वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने के साथ ही मास्क के उपयोग और परस्पर दूरी को बनाए रखना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीसरी अपील के रूप में विद्युत की बचत में भी सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 21 हजार करोड़ रूपए की सब्सिडी प्रदान कर रही है। इस कारण घरेलू और कृषि उपभोक्ताओं को आसानी से सही कीमत पर बिजली मिल रही है। बिजली को बचाना बिजली को बनाने के बराबर है।