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रायसेन एवं नरसिंहपुर जिले चिंकी बोरास बैराज संयुक्त बहुउद्देशीय माइक्रो सिंचाई परियोजना को मिली स्वीकृति

रायसेन जिले के 243 गांव को मिलेगा लाभ वही नरसिंहपुर के 102 एवं होशंगाबाद के 51 गांव भी होंगे लाभान्वित

सिलवानी विधायक पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का माना आभार...!

रायसेन/भोपाल। में मध्यप्रदेश शासन नर्मदा घाटी विकास विभाग नर्मदा नियंत्रण मंडल की 72 वीं बैठक 1 दिसंबर को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित की गई  जिसमें बहुप्रतीक्षित रायसेन एवं नरसिंहपुर जिले की चिंकी बोरास बैराज संयुक्त बहुउद्देशीय माइक्रो सिंचाई परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई है इसके लिए सिलवानी विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह ने प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।

इस परियोजना से रायसेन जिले के उदयपुरा का 70635 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। तो नरसिंहपुर जिले की 41100 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिलेगा वही होशंगाबाद जिले की 20190 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।चिंकी-बौरास बराज संयुक्त बहुउद्देशीय माइक्रो सिंचाई परियोजना (जिला नरसिंहपुर (रायसेन) के अंतर्गत चिंकी एवं बौरास बराज, पावर हाउस, पम्प हाउस आदि का निर्माण टर्न-की आधार पर किया जाना। 

नर्मदा जल विवाद न्यायाधिकरण द्वारा पारित अवार्ड अनुसार नर्मदा जल के कुल 28 एम. ए. एफ. उपयोगी जल में से मध्यप्रदेश को 18.25 एम. ए. एफ. जल आवंटित है जिसका उपयोग वर्ष 2024 तक सुनिश्चित किया जाना है। अद्यतन 14.55 एम. ए. एफ. जल उपयोग हेतु परियोजनाएं निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। इसी श्रंखला में चिंकी-बौरास बराज संयुक्त बहुउददेशीय परियोजना का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें चिंकी बराज से 242.84 एमसीएम (0.196 एमएएफ) तथा बौरास-बराज से 243.18 एमसीएम (0.197 एमएएफ) इस प्रकार कुल 486.02 एमसीएम (0.393 एमएएफ) जल का उपयोग होगा। इस परियोजना के क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश के हिस्से के जल का उपयोग सुनिश्चित कर राज्य हित का रक्षण किया जा सकेगा 

चिंकी बराज नर्मदा नदी पर नरसिंहपुर जिले में करेली तहसील में चिंकी बराज प्रस्तावित है। चिंकी बराज में 1211 हेक्टेयर शासकीय भूमि तथा 518 हेक्टेयर निजी भूमि प्रभावित होगी। इससे नरसिंहपुर जिले में लगभग 41100 हेक्टेयर सिंचाई प्रस्तावित है। बौरास बराज चिंकी बराज से 67 किलोमीटर पश्चात (नीचे), रायसेन जिले में उदयपुरा तहसील में बौरास बराज प्रस्तावित है। बराज में से 1005 हेक्टेयर शासकीय भूमि तथा 210 हेक्टेयर निजी भूमि प्रभावित होगी। इससे रायसेन एवं होशंगाबाद जिले में लगभग 90825 हेक्टेयर सिंचाई प्रस्तावित है।

संयुक्त परियोजना अन्तर्गत नर्मदा नदी से 5 पृथक-पृथक स्थानों से कुल 48.81 क्यूमेक्स पानी लिफ्ट किया जायेगा। प्रत्येक बराज से 25 मेगावाट विद्युत उत्पादन भी होगा तथा 131925 हेक्टेयर माईक्रो ईरिगेशन प्रस्तावित है। इन योजनाओं से जल उदवहन किया जाकर भूमिगत पाईप लाईन बिछाकर 23 मी. प्रेशर हेड पर 2.50 हेक्टेयर चक तक जल उपलब्ध कराया जायेगा जिससे कृषक स्प्रिंकलर द्वारा सिंचाई कर सकेंगे।5839.  32 करोड़ , जीएसटी सहित पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। योजना की स्वीकृति से उदयपुर क्षेत्र में खुशी की लहर है सिलवानी विधायक ठाकुर रामपाल सिंह ने प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का योजना की स्वीकृति के लिए आभार व्यक्त किया है।

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