भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर्स-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समन्वित प्रयास से ही प्रगति, विकास और जन-कल्याण के परिणाम आएंगे। यह हमारा और आपका भाग्य है कि हमें ऐसा महत्वपूर्ण दायित्व मिला, जिससे हम जनता की जिन्दगी बदल सकते हैं। हमें बिना एक क्षण गवाये प्रदेशवासियों की बेहतरी के लिए कार्य करना है। हममें से प्रत्येक को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की भावना, तड़प और वेदना के साथ अपनी समस्त ऊर्जा, क्षमता और विचार शीलता के साथ प्रदेश के विकास और जन-कल्याण के लिए निरंतर सक्रिय रहना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान लगभग तीन साल के बाद प्रत्यक्ष रूप से हुई कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। मंत्रालय में हुई कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित प्रमुख विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, समस्त कमिश्नर और कलेक्टर उपस्थित थे। कान्फ्रेंस में विकास यात्रा, पेसा नियम 2022, मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, नगरीय क्षेत्रों में अनाधिकृत कॉलोनियों के विकास, जल जीवन मिशन, सीएम राइज स्कूल, शिशु एवं मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए जारी प्रयासों, आयुष्मान भारत निरामय मध्यप्रदेश, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना, दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग तथा उपकरण वितरण और संबल-2 योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई। कॉन्फ्रेंस में लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग द्वारा प्रस्तुतिकरण भी दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों में काम कर रहे अधिकारियों के प्रयासों से ही विकास और जन-कल्याण के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इन्दौर कलेक्टर ने जनसुनवाई, सीहोर कलेक्टर ने शिक्षिकों के सहयोग से स्मार्ट क्लास आरंभ करने और डिण्डौरी कलेक्टर ने जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और उनके त्वरित निराकरण में सराहनीय कार्य किया है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी कलेक्टर अपने स्तर पर नवाचार कर रहे हैं। अधिकारी अपने कैरियर में सामान्यत: 6 से 8 साल की अवधि तक जिला कलेक्टर के रूप में कार्य करते हैं। इस अवधि में पूरा परिश्रम, उत्साह, बाधाओं का सामना करने की क्षमता और विजन के साथ मिशन मोड में इस प्रकार काम करें कि यह अवधि जीवनभर आपको संतोष दे और आपका कार्यकाल सकारात्मक रूप से याद किया जाए।
