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हॉस्पिटल में समय पर उपचार ना मिलने पर जनप्रतिनिधियों और डाक्टरों में जमकर हुई बहस

बेगमगंज। रात्रि के समय सिविल अस्पताल में एक वृद्ध महिला को समय पर उपचार नहीं मिल पाने के कारण जनप्रतिनिधि और डॉक्टरों के बीच जमकर बहस हुई। जनप्रतिनिधियों को कहना था कि जब हमारे परिवार के लोगों के लिए समय पर उपचार नहीं मिल रहा तब आमजन के साथ क्या स्थिति होती होगी करीब डेढ़ घंटे तक चले हंगामे के बाद मामला शांत हुआ।

समय पर उपचार नहीं मिलने पर हुए जनप्रतिनिधि एकत्रित

प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर मंडल अध्यक्ष कमल सिंह साहू की माताजी का ब्लड प्रेशर हाई होने पर उनके परिजन सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन ड्यूटी पर समय पर कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं हो पाया जिससे उनकी हालत और बिगड़ने लगी इसी बीच सुल्तानगंज में अटैच हर्ष जैन ने आकर उनका उपचार किया। जानकारी लगते ही तब तक सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के सभी प्रबुद्ध नेता सिविल अस्पताल पहुंच गए और डॉक्टरों से जमकर बहस होने लगी । सिविल अस्पताल में डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक एक हजार की आबादी पर एक डॉक्टर होना चाहिए लेकिन यहां तहसील के अंदर मात्र 5 डॉक्टर पदस्थ हैं जो सोलह हजार जनसंख्या पर एक के अनुपात में आ रहे हैं। 

वही एक डॉक्टर  द्वारा प्राइवेट उपचार किए जाने और मरीजों को क्लीनिक पर बुलाने की शिकायतें भी सामने आने के साथ ही सीबीएमओ द्वारा फोन रिसीव नहीं करने पर भी भारी हंगामा हुआ।

जनप्रतिनिधियों का कहना था कि जब उनके परिजनों के लिए समय पर उपचार नहीं मिल रहा तो आम आदमी किस तरह से परेशान हो रहा होगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है अस्पताल में और भी अव्यवस्थाओ  को लेकर विगत दिनों हुई बैठक में क्षेत्रीय विधायक के निज सचिव भोले शंकर पाराशर ने सीबीएमओ अनिल कुमार को कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को लेकर व्यापक तैयारियां करने के निर्देश दिए थे उन्होंने अस्पताल के एसी, कूलर, पंखे और लाइटें बंद होने पर भी नाराजगी जताई थी और उन्हें शीघ्र सुधार करने के लिए कहा गया था। लेकिन बावजूद इसके अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमराई हुई है ले देकर 3 डॉक्टर दिनेश गुप्ता महिला चिकित्सा विशेषज्ञ, चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. बीएस शिल्पी और डॉ. साहबाज हसन ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सीबीएमओ अन्य विभागीय कार्यों में लगे रहते हैं जबकि एक डॉक्टर संदीप यादव ट्रेनिंग पर गए हुए हैं। वही दो डॉक्टर नीलम सोनी , डॉ हर्ष जैन सुल्तानगंज में अटैच है।

नर्से कुल 15 पदस्थ हैं जो डिलीवरी और अन्य  कार्य देखती हैं तीन ड्रेसर हैं जो रात दिन अपनी सेवाएं दे रहे हैं।सिविल अस्पताल के हिसाब से  करीब 22 डॉक्टर यहां पदस्थ होना चाहिए विशेषज्ञों की भी भारी यहां पर कमी है। आए दिन लोग उपचार के अभाव में सागर भोपाल रायसेन रेफर हो रहे हैं स्वास्थ्य मंत्री का गृह क्षेत्र होने के बाद सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी चर्चा का विषय बनी हुई है नगर में यह भी चर्चा है की सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को  मजबूर होकर डॉक्टरों से बहस कर व्यवस्थाएं सुधारने के लिए हुज्जत करना पड़ी।

अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर रात में ही नगर मंडल अध्यक्ष कमल सिंह साहू, पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश ताम्रकार, पार्षद अजय जैन द्वारा स्वास्थ्य मंत्री को फोन पर सारे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए डाक्टरों की भारी कमी की बात की। तब स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने  सीबीएमओ से चर्चा कर अव्यवस्थाओं को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए तब कहीं मामला शांत कराया जा सका। वही नगर मंडल अध्यक्ष कमल साहू पूर्व मंडल अध्यक्ष सुरेश ताम्रकार ने क्षेत्रीय विधायक ठाकुर रामपाल सिंह को भी घटना की पूरी जानकारी देते हुए शीघ्र व्यवस्थाएं कराने की बात की।

इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष संदीप लोधी उपाध्यक्ष सुदर्शन घोसी पार्षद राजेश यादव, अकरम पटेल, जफर शाह, प्रवीण जैन, विनाय ठाकुर एडवोकेट, मनोज गुप्ता, मीडिया प्रभारी हरि साहू सहित जनप्रतिनिधि समाजसेवी मौजूद रहे।


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