उज्जैन। भैरवगढ़ सेंट्रल जेल के जीपीएफ घोटाले का पैसा उज्जैन और देवास के सटोरियों के माध्यम से आईपीएल के सट्टे पर लगाया जाता था। इसके साथ ही प्रहरियों के खातों से होते हुए बलात्कार के आरोप में सालभर तक जेल में रहने वाले जगदीश परमार के खाते में ट्रांसफर होता था। इस खुलासे के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए परमार का 3 अप्रैल तक रिमांड लिया है। वहीं जेल अधीक्षक उषा राज और प्रहरी रिपुदमन सिंह पहले से ही रिमांड पर हैं।
पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि उज्जैन का कुख्यात सटोरिया सुशील को करीब तीन से चार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे, जोकि सट्टा में लगाए जाते थे। फिलहार सुशील गायब है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी के साथ ही जिलेभर की पुलिस जुटी हुई है। सूत्रों के अनुसार प्रहरी रिपुदमन सिंह ने कबूल किया है कि उसने सटोरियों के माध्यम से करीब साढेÞ चार करोड़ रुपए आईपीएल के साथ डेली सट्टे पर लगवाए थे। हालांकि फायदा होने के बजाय नुकसान हो गया और सिर्फ एक करोड़ रुपए ही रिटर्न मिले।
उज्जैन से देवास तक के सटोरिए शामिल
एसआईटी ने देवास का सटोरिया राम जाने, रोहित चौरसिया के साथ ही उज्जैन के रिंकू माद्रे और हरीश गहलोत से पूछताछ की थी। इसके बाद रोहित चौरसिया, रिंकू माद्रे और हरीश को शुक्रवार शाम जेल पहुंचा दिया। हरीश के खाते में करीब दो लाख रुपए पहुंचे थे, जोकि जमा करवा दिए गए हैं। वहीं राम जाने से अभी पूछताछ हो रही है।
लॉकर्स खोलने की अनुमति मांगी
एसआईटी ने आरोपियों के लॉकर्स खोलने के लिए कोर्ट से परमिशन मांगी है। जांच में सामने आया है कि सेठी नगर स्थित एक बैंक में उषा राज, रिपुदमन सिंह, संजय व्यास, जगदीश परमार सहित सटोरियों के खाते हैं। इसके साथ ही उषा राज जिस ज्वेलर्स से गोल्ड और ज्वेलरी खरीदती थी, उसका लॉकर भी इसी बैंक में है।
इंटेरोगेशन के साथ ही गिरफ्तारी के प्रयास भी
गिरफ्तार आरोपियों से इंटेरोगेशन चल रहा है। इसके साथ ही फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीमेंं लगी हुई हैं। जेल अधीक्षक उषा राज की लड़की की भी तलाश हो रही ही है। वहीं आरोपियों के लॉकर्स खोलने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी गई है।
सचिन शर्मा, एसपी, उज्जैन
