बेगमगंज। बेगमगंज पुलिस ने नरकंकाल मिलने के मामले में अंधे कत्ल का 24 घंटे के अंदर पर्दाफाश कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। नर कंकाल के पास मिले मोबाइल से आरोपीयों तक पहुँची पुलिस सभी आरोपी सलाख़ों के पीछे।
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आरोपी पुलिस की गिरफ्त में |
रायसेन जिले के बेगमगंज में पुलिस ने एक बार फिर 24 घंटे के अंदर अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है।पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल के निर्देश पर अतिरिक्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा एवं एसडीओपी सुनील कुमार वरकडे के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई जिसमें
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मृतका का जीवन अवस्था का फोटो |
थाना प्रभारी राजपाल सिंह जादौन, उप निरीक्षक राहुल भिड़े, सहायक उपनिरीक्षक संतोष गीद, अमृतलाल मालवीय, प्रधान आरक्षक कल्याण सिंह गुर्जर, आरक्षक आशीष रजक, भारतीय दांगी ने बेगमगंज तहसील के ग्राम करहोला में मिले नर कंकाल के पास से एक मोबाइल बरामद किया जिसकी डाटा रिकवर कराने के बाद पाया की मोबाइल कर्रापुर निवासी आरोपी पुष्पेंद्र सिंह दांगी का है पुलिस ने आरोपी पुष्पेंद्र सिंह दांगी को गिरफ्तार कर पूछताछ में लिया तो पुष्पेंद्र ने अपने चचेरे भाई और मामा के साथ मिलकर सागर जिले के बंडा तहसील के ग्राम कर्रापुर निवासी काजोल अहिरवार की हत्या कर उसकी पहचान छुपाने के उद्देश्य से ग्राम करहोला में फेंककर पेट्रोल डालकर आग लगाना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि काजुल अहिरवार के साथ पिछले 8 महीने से लिव इन रिलेशन में रह रहा था लेकिन अब काजुल अहिरवार उस पर शादी का दबाव बना रही थी इस कारण काजुल की हत्या करने का प्लान अपने चचेरे भाई और मामा के साथ मिलकर बनाया और उसे भोपाल घूमने लाने के बहाने गाड़ी में ही उसका गला दबाकर हत्या कर दी। आपको बता दें कि पुलिस के लिए यह मामला भी एक कठिन गुत्थी की तरह था जिसमें पुलिस को नर कंकाल और टूटे हुए मोबाइल के अलावा कुछ नहीं मिला था लेकिन डाटा रिकवरी के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को घटना के 24 घंटे के अंदर ही सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।