भोपाल। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए किसान समर्पण भाव से परिश्रम कर रहा है। आज भी गाँव में कृषि ही रोजगार का सबसे सशक्त और प्रभावी साधन है। मंत्री श्री पटेल कुशाभाऊ इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आईएफसी की कृषि उद्यानिकी तकनीक की प्रथम राउंडटेबल कॉन्फेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आशा जताई कि आज की कॉन्फ्रेंस में किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर होने वाली चर्चा के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे। कॉन्फ्रेंस में फूड प्रोसेसिंग एण्ड मशीनरी, मार्केटिंग लिंकेज, नर्सरी डेवलपमेंट, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट और मॉडर्न टेक्नोलॉजी (इक्विपमेंट एवं टूलस एण्ड इनोवेशन्स) चर्चा के लिए विभिन्न सत्र आयोजित किए गए।
कॉन्फेंस में एसीएस उद्यानिकी श्री जे.एन. कंसोटिया, एसीएस कृषि श्री अशोक वर्णवाल, सचिव एमएसएमई श्री पी. नरहरि, सीईओ एसआरएलएम श्री एलएम बेलवाल, संचालक उद्यानिकी श्रीमती निधि निवेदिता, ऐग-टेक सोल्यूशन कंपनीज, कृषि वैज्ञानिक, विभागीय अधिकारी, प्रगतिशील कृषक, विषय-विशेषज्ञ सहित उद्यान अधिकारी एवं तकनीकी स्टाफ मौजूद रहा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से मंत्री श्री पटेल ने कॉन्फ्रेंस में मौजूद सभी प्रतिभागियों का स्वागत और अभिनदंन करते हुए कहा कि भारत भूमि पूण्य भूमि है। यह देश किसानों का है। किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए निश्चित ही कॉन्फ्रेंस बहुउपयोगी होगी। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों की चिंता करते हुए किसान कल्याण की ऐसी योजनाएँ क्रियान्वित की है, जिनका सीधा आर्थिक लाभ किसानों को मिल रहा है।
