एसडीएम ने जनप्रतिनिधियों के साथ दोनों पक्षो मैं समझौता कराने का किया प्रयास
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विवादित भूमि के मुआवजा के लिए बैठक आयोजित |
बेगमगंज। बिना बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना मडिया डैम के अंतर्गत डूब क्षेत्र के किसानों की एक बैठक तहसील के सभाकक्ष मैं विवादित भूमि संबंधी प्रकरणों के निराकरण के लिए आयोजित की गई जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ दोनों पक्षों को आमंत्रित किया गया। क्योंकि किसानों के आपसी विवाद के चलते मढ़िया बांध डूब क्षेत्र में आई भूमि के मुआवजा वितरण में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। समस्या के समाधान के लिए एसडीएम सौरभ मिश्रा, तहसीलदार एसआर देशमुख, नगर पालिका अध्यक्ष संदीप लोधी जनपद पंचायत अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष जगदीश लोधी सरपंच संघ अध्यक्ष भगवान सिंह सोलंकी की उपस्थिति मैं डूब प्रभावित ग्राम चाँदामऊ के 19 परिजनों एवं दूसरा पक्ष जिसने मुआवजा वितरण में आपत्ति की है को बुलाया गया और आपसी राजीनामा के लिए दोनों पक्षों को समझाइश दी गई साथ ही कानूनी एवं अन्य विकल्पों के बारे मैं भी बताया। एसडीएम सौरभ मिश्रा ने दोनों पक्षों को समझाने के बाद आपसी सहमति से समझौता कर मुआवजा राशि लेने की सलाह दी। जिस पर मकान धारकों ने सुलह की पहल का समर्थन किया, लेकिन भूमि स्वामी सुलह के लिए तैयार नही हुआ। जिसके चलते 19 परिवार अपने मकानों के मुआवजे से वंचित चल रहे है।
यह है मामला :- बीना बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना के तहत मडिया बांध के डूब क्षेत्र में तहसील के तीन गांव पूर्ण रूप से डूब में आ रहे हैं जिसमें ग्राम चांदामऊ पूर्ण रूप से डूब रहा है इस गांव के 19 परिवारों को उनके मकानों का मुआवजा नही मिल पा रहा है। क्योंकि इन परिवारों के मकान गांव के किसान महेंद्र सिंह लोधी की निजी भूमि मैं बने होने से निजी भूमि स्वामी ने आपत्ति लगा दी है। भूमि स्वामी का कहना है कि यह 19 परिवारो के मकान कई वर्षों से हमारी निजी भूमि में बने है इसीलिए इस जगह का एवं मकान का मुआवजा हमें दिया जाए। जबकि 19 परिवारो के सदस्यों का कहना है कि पिछले 50 साल से अधिक समय से हम लोग इस जगह पर मकान बनाकर निवास कर रहे हैं इसीलिए मकानों के मुआवजे के हकदार हम लोग हैं। आप अपनी जमीन का मुआवजा ले लो और हमें अपने बने बनाए मकानों के मुआवजा लेने दो लेकिन भूमि स्वामी इस बात के लिए तैयार नहीं हुआ । एसडीएम सौरभ मिश्रा एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा दोनों पक्षों को आपसी सुलह समाधान के लिए काफी समझाईश दी लेकिन मामला नहीं सुलझ सका।
इस संबंध में एसडीएम सौरभ मिश्रा का कहना है कि समाधान ही एक विकल्प है दोबारा फिर से कोशिश की जाएगी अन्यथा दोनों के लिए न्यायालय के दरवाजे खुले हुए हैं।