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सरस्वती विद्या मंदिर में संगोष्ठी आयोजित |
बेगमगंज। समविचारी विद्यालयों की संगोष्ठी का आयोजन सरस्वती विद्या मंदिर विवेकानंदपुरम विद्यालय में हुआ जिसमें मुख्य वक्ता राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डॉ. रघुवीर प्रसाद गोस्वामी ने शिक्षा को भारतीय ज्ञान एवं संस्कृति से जोड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि इसरो प्रमुख सोमनाथ ने चंद्रयान की सफलता में भारतीय ग्रंथों के योगदान की भूमिका बताई है। वेद, शास्त्र और पुराणों के बारे में बताते हुए कहा कि शिक्षा लचीली एवं सकारात्मक होनी चाहिए, यह पारदर्शी एवं तकनीकी से युक्त हो। नृत्य, वाद्य एवं गीत मिलकर संगीत बनता है जिसे शिक्षा व्यवस्था में लागू होना चाहिए। मात्राओं से अर्थ का अनर्थ कैसे हो जाता है इसका उदाहरण पिता और पीता, इस पर भी ध्यान देना चाहिए । श्री अवधेश श्रेत्रीय जिला संयोजक विद्वत परिषद जिला रायसेन भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से की गई अतिथि परिचय जयप्रकाश तिवारी ने कराया तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत वीरेंद्र सिंह यादव , वीरेंद्र सक्सेना प्रकाश शर्मा मैं फूल मालाओं से किया आभार चंद्रप्रकाश दीक्षित ने व्यक्त किया।