अजाक्स ने मांगा मंदिरों के पुजारियों और आउटसोर्स में आरक्षणअजाक्स के नए अध्यक्ष बने संतोष वर्मा, कंसोटिया होंगे सरंक्षक
मप्र अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) के नए अध्यक्ष संतोष वर्मा होंगे, जबकि निवृत्तमान अध्यक्ष जयनारायण कंसोटिया अब संरक्षक होंगे। वहीं अजाक्स ने मंदिरों में पुजारियों के साथ आउटसोर्स में आरक्षण देने की मांग भी की है, जबकि सांसद बालयोगी उमेशनाथ ने कहा है कि अजाक्स की मांगों को मानकर ही सरकार ने पदोन्नति नियम-2025 बनाए हैं।
अजाक्स की साधारण सभा में पूर्व अध्यक्षों कंसोटिया और चैनसिंह धुर्वे के साथ ही पूर्व सांसद नारायण केसरी का अभिनंदन किया गया। महासचिव सुपतलाल सूर्यवंशी ने एजेंडा प्रस्तुत किया। इसमें अब तक के कार्यों को गिनाते हुए आउट सोर्स और मंदिरों में पुजारीओं की नियुक्ति में आरक्षण देने की मांग की। कोषाध्यक्ष डॉ. मथुरा प्रसाद ने आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। आईटी सेल प्रभारी मूलचंद अहिरवार ने एआई तथा सोशल मीडिया के माध्यम से अजाक्स को सबसे पिछड़े पंक्ति में खड़ो लोगों तक पंहुचाने के लिए कार्य योजना रखी। महासचिव मीनाक्षी सिंह नें आरक्षित वर्ग के समस्त विकास के बिना अजाक्स के संघर्ष को अछूत बताया। कार्यवाहक अध्यक्ष संतोष वर्मा, पूर्व अध्यक्ष चैन सिंह धुर्वे, प्रवक्ता विजय शंकर श्रवण, प्रियंका जाटव, रामेश्वर ठाकुर, प्रकाश सिंह सोलंकी, घनश्याम भकोरिया एवं अवधनारायण मकोरिया ने संबोधित किया। वहीं राज्यसभा सदस्य बालयोगी उमेशनाथ महाराज ने अजा/जजा/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए अनेक लोक कल्याण के कार्य प्रारंभ होने की जानकारी देते हुए कहा कि जहां तक अजाक्स की मांगो का प्रश्न है वह राज्य सरकार ने पहले से माना है, यही कारण है कि राज्य सरकार ने पदोन्नति नियम 2025 का निर्माण किया है।

