मुंबई पुलिस का दबंग एसीपी वसंत ढोबले एक बार फिर से अपनी दबंगई और जांबाजी दिखाने के लिए तैयार है. वही रोबीली आवाज, हाकी स्टिक, पुलिसिया डंडा और बेनकाब होते शहर के बार मालिक. फर्क सिर्फ इतना है कि, ढोबले का यह आक्रामक अंदाज मुंबई की सड़कों, नाईट क्लबों अथवा बीयर-बारों में नहीं, बल्कि थियेटर के सिल्वर स्क्रीन पर देखने को मिलेगा.
गौरतलब हो कि, हाल ही में एसीपी ढोबले की एक कार्यवाई के दौरान सांताक्रूज में एक हाकर की मौत हो गयी थी, जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां आमने-सामने आ गयी थीं. कुल मिलाकर, अगर वसंत ढोबले के किरदार को गलत तरीके से फिल्म में पेश करने की कोशिश की गई, तो शिवसेना-मनसे अपनी स्टाइल में जवाब देंगी. संभव है कि, ढोबले की छवि खराब करने का खामियाजा निर्माता को भुगतना पड़े. बहरहाल, अब तो फिल्म ‘सटरडे नाईट’ की रिलीज के बाद ही इन सारे सवालों और शंकाओं का जवाब मिल सकेगा.