बहरी थाना के जोगदहा घाट सोन नदी पुल में एक बुलेरो जीप के समा जाने से जीप में सवार तीन यात्रियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई है, जबकि आठ गंभीर रूप से घायल हो गये है। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना देर शांम 6.30 बजे की बताई गई है। बुलेरो जीप लौआ धाम से दर्शन कर अमिलिया थाना के जमुई गांव लौट रही थी। जमुई निवासी लालजी द्विवेदी ने नवरात्रि पर बुलेरो जीप खरीदी थी, जिसमें वह अपने परिवार सहित रिश्तेदारो को लेकर लौआ धाम देवी दर्शन के लिये गये थे। शाम को जब लौट रहे थे तो वाहन चालक ने नियंत्रण खो दिया, नतीजे में जीप सभी यात्रियो सहित पुल से नदी में समा गई।
मां और बेटे की दर्दनाक मौत
जोगदहा घाट पर सोन पुल में समाई जीप में सवार मां बेटे की मौत हो गई है। इस घटना ने पूरे जिलेवासियो को झकझोर कर रख दिया है। बताया गया है कि संतोष दुबे व मुन्नी देवी मां-बेटे थे जोकि लौआ देवी के दर्शन के लिये गये हुये थे और लौटते समय हादसे के शिकार हो गये है।
रेलिंग का न होना बना हादसे का कारण
जिले की नदियो में बनाए गए पुलों में सेतु निर्माण विभाग ने रेलिंग न लगाकर यात्रियो को मौत के मुहाने में धकेल दिया है। आये दिन पुलों से वाहन नदी नालो में गिरने से यात्री मौत के शिकार हो रहे है। अभी चुरहट के मार्तण्ड पुल में हुये हादसे का घाव सूख भी नही पाया था कि जोगदहा घाट पुल हादसा ने घाव को हरा कर दिया है। पुलो में रेलिंग न बनाने के लिये सेतु निर्माण विभाग को जिम्मेवार माना जा रहा है। कहने के लिये विभाग ने सड़को में रेलिंग बना दी है, लेकिन पुलो में बनाने से न जाने क्यो परहेज कर रहा है।