मादक माफिया के निशाने पर सीधी जिला है, जिसका खुलासा आज रामपुर नैकिन थाना के खैरा गांव में एक सफारी वाहन में भरे सात बोरे गांजे के साथ दो आरोपियो के पकड़े जाने के साथ हो गया है। जिले में नशीली वस्तुओं की तस्करी पड़ोसी उत्तरप्रदेश व छत्तीसगढ़ से की जा रही है।
नवागत पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने तस्करो के खिलाफ कड़ाई शुरु की तो पुलिस महकमा भी जागा और सक्रियता दिखाई दी, हालांकि इसका मकसद भी एसपी सहित आला अफसरों का असली मुद्दे से ध्यान हटाना है। उल्लेखनीय है कि जिले में गांजा सहित अन्य नशीली वस्तुओं की बिक्री गांव-गांव में पुलिस के संरक्षण में की जा रही थी। इतना ही नही गांजा की सप्लाई के लिये सीधी जिला पूर्व से ही चर्चित रहा है। रामपुर नैकिन थाना के ही चोरगड़ी व चुरहट थाना का अकौरी गांव जिलेभर में गांजा पहुंचाने के लिये सुर्खियो में बना रहता है। यह अलग बात है कि इन तस्करो को पुलिस की सक्रियता की भनक पहले से ही लग जाती है।
एसपी ने दिए थाना प्रभारी को कार्रवाई के सख्त आदेश
इसके बाद भी आशीष सिंह पिता जयकरण सिंह उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम परसौली थाना बबेसु जिला बांदा उत्तर प्रदेश एवं कमलू उर्फ कमलभान लोधी पिता रामसुजान लोधी उम्र 25 वर्ष ग्राम सेमर बारा थाना नागौद जिला सतना को पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ करने पर दोनो ने प्रदीप सिंह उर्फ पिक्कू लोधी, ग्राम सेमर बारा थाना नागौद जिला सतना एवं यशवंत सिंह लोधी भरवा टोला ग्राम सेमर बारा थाना नागौद जिला सतना का साथ में होना तथा मौके से फरार होना बताया। सफारी वाहन में 7 बोरो में गांजा मिला, जिसका अनुमानित वजन 170 किग्रा गांजा कीमत आठ लाख पचास हजार आंका गया। आरोपियो के खिलाफ 20-बीएनडीपीएस एक्ट का अपराध थाना रामपुर नैकिन में दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि जब्त सफारी वाहन में लिखा वाहन नंबर भी फर्जी है, ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि वाहन भी चोरी का हो सकता है।
कहां जा रहा था गांजा,नही हुआ खुलासा
खैरा गांव के पास घेराबंदी कर पकड़ा गया गांजा कहां से आ रहा था और कहां जा रहा था? इसका खुलासा पुलिस ने नही किया है। दूसरी ओर, चर्चा है कि उत्तरप्रदेश से गांजा पहले सतना लाया गया था फिर सतना से सफारी वाहन में लोडकर जिले के अकौरी व चोरगड़ी गांव पहुंचाया जाना था। पकड़े गये आरोपियो से कड़ाई से पूछताछ करने पर इसका खुलासा हो सकता था, लेकिन लेकिन पुलिस ने अज्ञात कारणों से सप्लायर और रिसीवर का खुलासा नही किया। हद तो यह है कि, कड़ी घेराबंदी होने के बाद भी दो आरोपी भाग निकलने में कामयाब रहे, जिसको लेकर पुलिस कठघरे में आ गई है।