दुराचार के मामले में जेल में बंद आसाराम के चेले शाहजहांपुर में जमकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। पिछले दिनों पर्चे बंटवाए गए और आज पत्रिकाएं बंटवाई गईं, जिनमें आसाराम की तुलना भगवान बुद्ध, विवेकानंद व कबीर जैसे महापुरूषों से की गई है।

पीड़ित लड़की के परिवार को हर दिन है जान का खतरा
आसाराम को महिमा मंडित करने वाले पर्चे और पत्रिकाएं बंटवाकर उसके चेले पीड़ित परिवार पर मानसिक दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे पहले इन्ही चेलों ने पीड़ित लड़की की गलत ढंग से टीसी जारी कराए जाने का प्रयास किया था और कामयाबी नहीं मिलने पर स्कूल के प्रबंधक को धमकी भरे पत्र के साथ कारतूस भी भिजवाया था। आसाराम पर आरोप लगाने वाली लड़की और उसका परिवार जबर्दस्त खतरे में है। आसाराम द्वारा जेल से बाहर आने के लिए हर जतन किया जा चुका है। अब उसके चेले लोगों में उसकी छवि भगवान की तरह बनाने के प्रयास में जुट गए हैं। जिसके लिए पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है। सोमवार को हजारों की संख्या में छोटी-छोटी पत्रिकाएं समाचार पत्रों में रखकर बंटवाई गईं। इन पत्रिकाओं में कहा गया है कि हर महापुरूष पर इसी तरह के घिनौने आरोप लगे, जो महापुरूष जनजागृति का कार्य करता है उनके खिलाफ इसी तरह षड़यंत्र रचे जाते हैं। उदाहरण के तौर पर भगवान बुद्ध, स्वामी विवेकानंद, कबीरदास, मीराबाई, संत तुकाराम जी और वर्तमान में शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती, नित्यानंद, केशवानंद, कृपालु महाराज, साध्वी प्रज्ञा सिंह के साथ आसाराम का भी नाम जोड़ा गया है। पत्रिका का टाइटिल सत्यमेव जयते दिया है, जिस पर आसाराम के जेल जाते हुए फोटो के अलावा महापुरूषों के चित्र हैं। इसके अलावा आसाराम की तरह तमाम विवादित संतों के भी फोटो हैं। अंदर पत्रिका में ‘जोधपुर एफआइआर की हकीकत’ के नाम से पूरा पैरा है। इसके अलावा आसाराम को जमकर महिमा मंडित किया गया है।