नई दिल्ली
ईवीएम पर उठे विवाद को बढ़ता देख अब चुनाव आयोग
(ईसीआई) ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा है। आयोग ने अपने पत्र में इस पूरे
मामले में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच करने की मांग की है। ईसीआई ने कहा
कि लंदन में हुए कार्यक्रम में सैयद शुजा द्वारा किए गए दावों की जांच की
जाए। शुजा ने दावा किया था कि भारत में इस्तेमाल ईवीएम हैक किए जाए सकते
हैं।
ईसीआई ने अपने पत्र में कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए आयोग के
संज्ञान में यह बात आई है कि सैयद शुजा ने दावा किया है कि वह ईवीएम डिजाइन
टीम के सदस्य थे और वह भारत में इस्तेमाल हो रहीसाइबर एक्सपर्ट की तरफ से किए गए दावों के बाद बीजेपी और कांग्रेस
में भी जुबानी जंग छिड़ गई है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर
प्रसाद ने आरोप लगाया कि राहुल चुनाव हारने के डर से यह खुराफात करवा रहे
हैं। उन्होंने कहा, ' 2019 के चुनाव में कांग्रेस हारने का बहाना अभी से
ढूंढ रही है। राहुल जी होमवर्क नहीं करते हैं और उनकी पूरी टीम भी होमवर्क
नहीं करती है यह भी अब पता चल गया है। राहुल चुनाव हारने के लिए क्या-क्या
खुराफात करेंगे।'
बीजेपी ने कहा कि हैकथॉन में बताया गया कि शुजा बड़े हैकर हैं। अचानक
वह कहां से प्रकट हो गए। कहा गया था कि ईवीएम को हैक करते हुए दिखाया जाएगा
लेकिन वह अमेरिका से प्रकट होते हैं। चेहरा ढंके रहते हैं। उन्होंने वहां
केवल बकवास किया। उन्होंने कहा कि शुजा ने गोपीनाथ मुंडे की मौत पर सवाल
उठाए। प्रसाद ने कहा, 'एम्स के डॉक्टर ने मुंडे का पोस्टमॉर्टम किया था और
बताया था कि उनकी गर्दन में चोट लगने से मौत हुई। शुजा ने केवल बकवास
किया।' उन्होंने कहा कि शुजा ने अपने दावे में कोई सबूत पेश नहीं किए। उसने
बिना किसी सबूत के ही आरोप लगाए।
बता दें कि एक अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट का दावा है कि इलेक्ट्रॉनिक
वोटिंग मशीन को हैक किया जा सकता है। लंदन में हुई हैकथॉन में इस साइबर
एक्सपर्ट ने दावा किया है कि बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की 2014 में हत्या
की गई थी। एक्सपर्ट सैयद शुजा का कहना है कि मुंडे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग
मशीन को हैक करने के बारे में जानकारी रखते थे। भारत में इस्तेमाल की जाने
वाली ईवीएम को डिजाइन करने वाले एक्सपर्ट ने यह भी दावा किया है कि
महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी धांधली हुई थी। यहां तक कि शुजा
का दावा है कि 2014 के आम चुनाव में भी ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी। इस
हैकथॉन में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल भी मौजूद थे। वहीं इलेक्शन कमिशन ऑफ
इंडिया ने कहा कि भारत में इस्तेमाल की जाने वाली मशीन पूरी तरह सेफ हैं।
उन्होंने कहा कि यह प्रतिस्पर्धा क्षेत्र के लिए अच्छी है और इससे निश्चित रूप से फायदा होगा। राजन का यह बयान इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि चीन क्षेत्र में नेपाल और पाकिस्तान सहित कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रहा है। विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 2017 में भारत 2,590 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के साथ भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। वहीं चीन 12,230 अरब डॉलर जीडीपी के साथ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार की वकालत रघुराम राजन ने भारत और पाकिस्तान सहित दक्षिण एशिया के देशों के बीच व्यापार सहयोग बढ़ाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों को भारत के एकाधिकार की चिंता छोड़ देनी चाहिए क्योंकि प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ ही इस चिंता का हल हो जाएगा। राजन ने कहा कि मेलमिलाप कभी समस्या भी पैदा करता है। हमने देखा है कि यूरोपीय संघ में मेलमिलाप से चिंता पैदा हुई, लेकिन दक्षिण एशिया इस मोर्चे पर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमने देखा था कि जर्मनी और फ्रांस एक दूसरे से उलझे रहते थे, लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के बाद उन्होंने कोयला और इस्पात क्षेत्र में सहयोग किया और उसके अच्छे नतीजे आए। राजन ने कहा कि बिजली ऐसा क्षेत्र है जिससे इसकी शुरुआत हो सकती है। बिजली का उत्पादन किसी एक देश में होता है और उसे दूसरे देश में बेचा जाता है। रोजगार बड़ी समस्या शिकागो विश्वविद्यालय के प्रफेसर राजन ने कहा कि अपने पड़ोसी देशों की तरह भारत के लिए भी प्रमुख चुनौती रोजगार सृजन की ही है। उन्होंने कहा कि हाल के समय में भारत ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और ऐसी कोई वजह नहीं है कि वह आगे बढ़ना जारी नहीं रखेगा।
जनवरी 23, 2019
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