भोपाल
भाजपा की आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति को
ग्वालियर में अंतिम रूप दिया जाएगा। इस साल संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक
आठ मार्च से ग्वालियर में होने जा रही है। संघ के सभी आनुषांगिक संगठनों के
प्रमुखों सहित भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी बैठक में शामिल
होंगे। 10 मार्च तक चलने वाली इस बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के
साथ संघ के संगठनों में फेरबदल किया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, देश में लोकसभा चुनाव को लेकर
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से चर्चा करेंगे। बताया
जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में मिली हार से संघ खुश नहीं
है। आरएसएस ने भाजपा को तीनों प्रदेशों में करीब 100 से ज्यादा विधायकों
को फिर से टिकट नहीं देने की बात कही थी। लेकिन प्रादेशिक नेत्तृव ने इसकी
अनदेखी की थी। अब संघ चाहता है कि ऐसी गलती लोकसभा चुनाव में नहीं दोहराई
जाए।
16 सांसदों के टिकट काटने की सिफारिश
आरएसएस ने एक सर्वे रिपोर्ट भाजपा को सौंपी है। इसमें प्रदेश के 26 में
से करीब 16 सांसदों के टिकट काटने की सिफारिश की गई है। संघ ने कहा है कि
इन सांसदों के खिलाफ जनता के बीच गुस्सा बहुत ज्यादा है, यदि इन्हें फिर से
टिकट दिया गया तो हालात मुश्किल हो सकते हैं।
पहले होगी समन्वय समिति की बैठक
बताया जा रहा है कि ग्वालियर में होने वाली प्रतिनिधि सभा की बैठक में
सभा से पहले मप्र की लोकसभा सीटों को लेकर संघ की एक महत्वपूर्ण समन्वय
बैठक भी होगी। इस बैठक में मप्र की लोकसभा सीटों पर भाजपा के संभावित
प्रत्याशियों पर बातचीत होगी और चुनावी रणनीति तय होगी। समन्वय बैठक में
भाजपा के कई बड़े नेता भी हिस्सा लेंगे। यह बैठक फरवरी के अंतिम सप्ताह या
मार्च के पहले सप्ताह में हो सकती है।
प्रदेश के भाजपा नेताओं से खुश नहीं संघ
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बैठक के
बाद 18 से 22 फरवरी को प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे संघ के मध्य
भारत, मालवा, महाकोशल और छत्तीसगढ़ प्रांत की बैठक लेंगे।
गुटबाजी हावी
बताया जा रहा है कि आरएसएस प्रदेश भाजपा नेत्तृव की गुटबाजी से खुश नहीं
है। एक महीने में कई ऐसे मौके आए जिस पर भाजपा कांग्रेस सरकार का पुरजोर
तरीके से विरोध नहीं कर पाई। मोदी सरकार द्वारा सवर्ण वर्ग को दस फीसदी
आरक्षण दिए जाने के मुद्दे को भाजपा जमीन तक पहुंचाने में विफल रही। संघ
भाजपा में चल रही गुटबाजी से नाराज है।
दीपक विस्पुते को कमान
विधानसभा चुनाव के कमजोर प्रदर्शन और लोकसभा चुनाव की तैयारी में धीमी
चाल के चलते मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की कमान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
ने क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते को सौंप दी है। ये फैसला आरएसएस के
सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी के कुछ दिनों पहले भोपाल प्रवास के बाद लिया
है। जोशी ने चुनाव की तैयारियों को लेकर नब्ज टटोली थी। उनके द्वारा ली गई
बैठक में कई मतभेद सामने आए थे। संघ सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय संगठन
महामंत्री रामलाल भी प्रदेश में धुरंधर नेताओं और संगठन के बीच समन्वय
नहीं बिठा पा रहे हैं।
ग्वालियर में संघ प्रमुख भागवत से मिलेंगे शाह, तय होगी लोकसभा चुनाव की रणनीति
फ़रवरी 13, 2019
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