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योगेन्द्र यादव एक्जिट पोल के बाद बोले, कांग्रेस को तो खत्म हो जाना चाहिए

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 में लगभग सभी एग्जिट पोल एनडीए की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं.  योगेन्द्र यादव एक्जिट पोल के बाद बोले, कांग्रेस को तो खत्म हो जाना चाहिए.                                                                                                                              एग्जिट पोल पर रवीश कुमार  के प्राइम टाइम में 23 मई को हैरान कर देने वाले नतीजों का दावा करने वाले चुनाव विशेषज्ञ योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने लिखा है,  'कांग्रेस को खत्म होना चाहिए'. उन्होंने आगे लिखा, 'यह (कांग्रेस) आइडिया आॅफ इंडिया बचाने के लिए यह पार्टी बीजेपी को रोक नहीं सकी, अब इस पार्टी की भारतीय इतिहास में कोई सकारात्मक भूमिका नहीं बची है. अब यह दूसरा विकल्प बनने में खुद एक बड़ी बाधा बन गई है. उनके इस बयान पर एनडीटीवी ने जब योगेंद्र यादव से बात की तो उन्होंने कांग्रेस की तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा, 'यह जो चुनाव हुआ यह कोई साधारण चुनाव नहीं था यह एक तरह से भारत की आत्मा को बचाने के लिए स्वधर्म को बचाने के लिए चुनाव था और अगर इस चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी जिसने देश में बंटवारे की राजनीति की है, उसका मुकाबला करने का औजार नहीं बन सकती तो फिर उस कांग्रेस को रहने का मतलब क्या है? ' योगेंद्र यादव ने कहा,जो मैंने कहा उसमें मेरी कांग्रेस के नेताओं के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है  एक पार्टी इतिहास का औजार होती है कांग्रेस ने इस देश की आजादी के अंदर बहुत बड़ी भूमिका निभाई आजादी के बाद के 10-15 साल कांग्रेस राष्ट्र निर्माण का औजार बनी. उसके बाद कांग्रेस पार्टी के नाम पर तमाम तरह के कुकृत्य हुए हैं. मेरे विचार में आज कांग्रेस के इस देश में जीवित रहने की केवल एक प्रासंगिकता थी और वह यह कि जब इस देश के संवैधानिक व्यवस्था पर, सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की कोशिश हो तो कम से कम उस वक्त कांग्रेस उसे बचा सकती है.                                                                                                                                               

रवीश कुमार के प्राइम टाइम में बोले योगेंद्र यादव- 23 मई को हैरान होने के लिए तैयार रहिए

उन्होंने कहा कि चुनाव में यह भी साबित हो गया कि यह काम भी कांग्रेस के बस का नहीं है. अगर एग्जिट पोल की मानें जिनको ना मानने का कोई कारण नजर नहीं आता, क्षेत्रीय दल तो फिर भी थोड़ा बहुत विरोध करने में कामयाब हुए हैं कांग्रेस तो पूरी तरह से असफल हुई है.  ऐसे में एक इतिहास के औजार के रूप में इसकी प्रासंगिकता समाप्त हो जाती है. कांग्रेस विचार के स्तर पर आज सांप्रदायिकता का मुकाबला भी नहीं कर पा रही है. योगेंद्र यादव ने कहा कि किसी भी साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता से बात कीजिए वह वही भाषा बोलता है जो बीजेपी का कार्यकर्ता बोलता है. इस पार्टी के पास देश के लिए कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं हैं और अगर इसके पास ताकत भी नहीं है तो हमें एक बार सोचना चाहिए कि क्या यह पार्टी वास्तव में बीजेपी या अब जो देश के सामने आसन्न खतरा है उसका मुकाबला करने का औजार है या फिर मुकाबला करने का औजार बनाने के रास्ते में एक बाधा है? 
यादव ने कहा,  'जब भी बीजेपी का मुकाबला करने की या बीजेपी के विकल्प की बात आती है तो सबके ध्यान में कांग्रेस आती है. और बाद में हालत होते हैं कि जब आप कहते हैं कि अब यह औजार नहीं अब यह बाधा है'. यादव ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस आज इस चुनाव के बाद बाधा है. देश को नया विकल्प चाहिए और वह विकल्प कांग्रेस से और कांग्रेस जैसी पाटिर्यों के बाहर जाकर खड़ा होना चाहिए. बिना इसकी परवाह किए कि अगले दो चार सालों में इससे किसको फायदा और किसको नुकसान होगा. इसकी चिंता भूल जाइए.  एक नया औजार खड़ा करने का वक्त आ गया है.
                                                                                                         एनडीटीवी के पोल आॅफ एग्जिट पोल्स में भी बीजेपी की सरकार बनने के संकेत मिल रहे हैं,  लेकिन इसी मुद्दे पर रवीश कुमार के प्राइम टाइम में सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व में चुनाव विशेषज्ञ योगेंद्र यादव ने भी दावा किया है कि इस बार नतीजों में हमें हैरान होने के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के एग्जिट पोल से कोई बड़ी हैरानी नहीं है क्योंकि वहां पहले से ही संकेत मिल रही थे कि वाईएसआर कांग्रेस वहां टीडीपी से अच्छा प्रदर्शन कर रही है। वहीं उत्तर प्रदेश में लग रहा था कि सपा बसपा गठबंधन एकतरफा जाएगा और भाजपा को रोक देगा, लेकिन यह गठबंधन भी नाकाम हो गया है। हालात यह है कि दलित और यादव के साथ ही मुस्लिमों तक ने एकतरफा बोट नहीं दिया है।                                    

गुजरात से उठे उफान  का असर
योगेंद्र यादव का कहना है कि इस सब की वजह से मैं भी एग्जिट पोल हतप्रभ हैं और साथ में यह भी कहा कि थोड़ा हैरान रहने के लिए तैयार रहिए क्योंकि बीजेपी जमीन में उतनी कमजोर नहीं है. उसकी वजह यह है कि मोदी को लेकर देश में जो रुझान है, ये जो गुजरात से चल रहा है पूरे उत्तर और पश्चिमी भारत में एकतरफा है. वह हर राज्य में दो चार प्रतिशत पर असर डाल रहा है. गांव में चुपचाप 50 लोग दूसरी ओर वोट डाल आते हैं. ऐसा संभव है.                                                                                                         
पश्चिम बंगाल और ओडिशा 
योगेंद्र यादव का कहना था कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी साफ था बीजेपी यहां फायदे में है. ऐसा लग रहा है कि बीजेपी ने 30 फीसदी आंकड़ा पार कर लिया है और बीजेपी के पक्ष में वैसा ही उफान है जैसा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को लेकर था और जब ऐसा होता है कि आप कह नहीं सकते कि कितनी सीटें आ जाएंगी. लेकिन बीजेपी 10 से अधिक सीटें आने वाली हैं. ओडिशा में भी बीजेपी कम से कम आधी सीट पा रही है.                                                                                                                                                                                             

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