खंडवा। खंडवा शहर का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच से पुकारने वाले हरफनमौला गायक किशोर कुमार का 4 अगस्त को जन्मदिन है। इस उत्सव को पूरा शहर अपने तरीके से मना रहा है। किशोर समाधि, गौरीकुंज से लेकर चौक, चौराहों पर लोग किशोर को याद कर गुनगुनाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने किशोर कुमार को भगवान का दर्जा दिया है। वहीं कई दिवानों ने अपने नाम के साथ किशोर कुमार का नाम जोड़ लिया है।
खंडवा की माटी में जन्मे किशाेर कुमार ने अपनी गायकी से देश ही नहीं दुनिया में भी नाम कमाया। उनके गीताें ने इतना प्रभावित किया कि लाेग आज भी उनके गाए गीताें से ही अपनी पहचान बना रहे हैं। लखनऊ के माेबाइल शाॅप संचालक माेहित रामभजन गुप्ता ने ताे अपना नाम ही बदल लिया। उन्हाेंने अपने बचपन के नाम देवा के साथ किशाेर जाेड़ लिया। शनिवार काे किशाेर दा के जन्मदिन से एक दिन पहले वे खंडवा आए।
उन्हाेंने बताया कि मुझे दादा के गीत बहुत अच्छे लगते हैं। 8 साल की उम्र में लाेग प्यार से देवा पुकारते थे। मैंने देवा के साथ ही किशाेर भी लगा लिया। किशाेर दा काे हम अपना भगवान मानते हैं। वाे अच्छे गायक थे। उनके जैसा गायक अब पैदा नहीं हाेगा। इसलिए उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए। किशाेर दा के मकान काे हैरिटेज बिल्डिंग घाेषित किया जाए। इसी मांग काे लेकर ऑल इंडिया किशाेर कुमार ग्रुप देशभर में 2018 से अभियान चला रहा है।
खंडवा की माटी में जन्मे किशाेर कुमार ने अपनी गायकी से देश ही नहीं दुनिया में भी नाम कमाया। उनके गीताें ने इतना प्रभावित किया कि लाेग आज भी उनके गाए गीताें से ही अपनी पहचान बना रहे हैं। लखनऊ के माेबाइल शाॅप संचालक माेहित रामभजन गुप्ता ने ताे अपना नाम ही बदल लिया। उन्हाेंने अपने बचपन के नाम देवा के साथ किशाेर जाेड़ लिया। शनिवार काे किशाेर दा के जन्मदिन से एक दिन पहले वे खंडवा आए।
उन्हाेंने बताया कि मुझे दादा के गीत बहुत अच्छे लगते हैं। 8 साल की उम्र में लाेग प्यार से देवा पुकारते थे। मैंने देवा के साथ ही किशाेर भी लगा लिया। किशाेर दा काे हम अपना भगवान मानते हैं। वाे अच्छे गायक थे। उनके जैसा गायक अब पैदा नहीं हाेगा। इसलिए उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए। किशाेर दा के मकान काे हैरिटेज बिल्डिंग घाेषित किया जाए। इसी मांग काे लेकर ऑल इंडिया किशाेर कुमार ग्रुप देशभर में 2018 से अभियान चला रहा है।