मुंबई। महाराष्ट्र के पुणे और जलगांव में भारी बारिश हुई। पुणे में बारिश और इमरात गिरने की घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई। वहीं, जलगांव में बिजली गिरने से एक ही परिवार के 4 लोगों समेत 5 की मौत हो गई। पुणे में बुधवार को जिले में भारी वर्षा के बाद जल-जमाव वाले कई इलाकों से लगभग हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बारामती में नारदा डैम से भारी मात्रा में पानी छोड़ने जाने के चलते 28 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां कर दी गई हैं। शहर के कात्रज, बीबेवाड़ी, सिंहगढ़ और सहकार इलाकों में पानी भर गया। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी ठप है।
एनडीआरएफ की दो टीमें पुणे में और दो बारामती में तैनात हैं। अधिकारियों के मुताबिक, पुणे के खेड़-शिवपुर गांव में दरगाह में सो रहे पांच लोग बह गए। पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने कहा कि पुरंदर इलाके से दो युवकों के लापता होने की खबर है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एनडीआरएफ की टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। लोगों को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।
भारी बारिश से कई जगहों पर पेड़ और पोल गिर गए, जिससे गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। लेक टाउन से बीबेवाड़ी जाने वाला पुल भी टूट गया। हालात को देखते हुए पुणे के कलेक्टर ने पुणे शहर के अलावा पुरंदर, बारामती, भोर और हवेली तहसील में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी है।
इससे पहले जून में पुणे के कोंडवा इलाके में दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। ये सभी बिहार से मजदूरी करने यहां आए थे। घटना के बाद बिल्डर समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
