नई दिल्ली। पाकिस्तानी ड्रोन्स द्वारा विस्फोटक सामग्री भारतीय सीमा में भेजे जाने के बाद एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर (आईबी) पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। सेना और बीएसएफ ने रेड अलर्ट जारी किया है। सीमा की निगरानी करने वाली टुकड़ियों को अतरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी किसी घटना को रोका जा सके। टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई ड्रोन घुसपैठ करता है तो तुरंत उसे मार गिराया जाए।
आर्मी के अफसर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि हमारी सेनाएं ऐसी किसी भी डिवाइस की पहचान करने और उसे मार गिराने में सक्षम है। पंजाब पुलिस ने बताया था कि पाक से 9 और 16 सितंबर के बीच करीब 8 चीनी ड्रोन से 80 किलो विस्फोटक सामग्री पंजाब और जम्मू-कश्मीर भेजी गई।
सेना और बीएसएफ के अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी, पुंछ, बारामूला और कुपवाड़ा में स्थित निगरानी चौकियों और गश्ती दलों को एलओसी और आईबी के पास अतिरिक्त सजगता बरतने को कहा गया है। अधिकारियों के मुताबिक, भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए पाकिस्तान अब विस्फोटक, हथियार भेजने के लिए नया तरीका अपना रहा है। ऐसे में हमने अपने सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया है। आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए चिनाब नदी में बीएसएफ की वाटर पेट्रोलिंग टीमों को तैनात किया गया है।
इससे पहले खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी किया था कि वायुसेना के 5 एयरबेसों पर फिदायीन हमले की आशंका है। जैश-ए-मोहम्मद के 8-10 आतंकी जम्मू कश्मीर और उसके आसपास इन हमलों को अंजाम दे सकते हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर में धमाकों के लिए अफगानिस्तान के आतंकियों को भर्ती कर रही है। खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी किया कि पाक सेना ने करीब 60 अफगानी आतंकियों को भर्ती किया, जिन्हें नियंत्रण रेखा (एलओसी) से घुसपैठ कराने की कोशिश होगी।
