नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार अलकायदा सरगना रहे ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा के एक ऑपरेशन में मारे जाने की पुष्टि की थी। इस बीच भारतीय रक्षा विशेषज्ञ एसपी सिन्हा ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा है कि हमजा पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में हो सकता है। हमजा आखिरी बार 2018 में सार्वजनिक तौर पर देखा गया था। अमेरिकी ने इसी साल हमजा की सूचना देने पर 1 मिलियन डॉलर (करीब 71 लाख रुपए) के इनाम की घोषणा की थी।
सिन्हा ने कहा, ‘‘पाकिस्तान लगातार अमेरिका से अनुदान के रूप में और कूटनीतिक स्तर पर फायदा लेना चाहता है। हमजा की मौत से पाकिस्तान की कोशिशों को जोरदार झटका लगा है। हमजा अपने पिता ओसामा की राह पर था। हमजा की हत्या यह संकेत देती है कि अमेरिका तालिबान की भूमिका को लेकर गंभीर है और पाकिस्तान को कोई अहमियत नहीं दे रहा।
‘विश्व शांति के लिए अन्य आतंकियों को भी निशाना बनाना चाहिए’
सिन्हा ने कहा कि विश्व के शक्तिशाली देशों को हाफिज सईद (जमात-उद-दावा सरगना), सैयद सलाहुद्दीन (हिजबुल मुजाहिदीन सरगना) और मसूद अजहर (जैश-ए-मोहम्मद सरगना) जैसे अन्य आतंकियों को भी निशाना बनाना चाहिए। वैश्विक शांति के लिए यह जरूरी है। अफगान शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान की भूमिका पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चालाकी कर रहा है। वह सिर्फ तालिबान को अमेरिका के नजदीक लाने में अहम किरदार बन सकता है।
‘हमजा को बताया पाकिस्तान सेना का रणनीतिकार’
रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा ने न्यूज एजेंसी से कहा कि हमजा अलकायदा के नए नेता के तौर पर उभर रहा था। उसे पाकिस्तान के सैन्य संस्थानों के रणनीतिकार के रूप में तैयार किया जा रहा था। ओसामा, हमजा और मौजूदा अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी सभी को पाक सेना और आईएसआई समर्थन देती है।