नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर टेरर फंडिंग केस के आरोपी अलगाववादी नेता यासिन मलिक को शुक्रवार को अदालत ने 23 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मलिक को विशेष अदालत में पेश किया था। उसके खिलाफ एनआईए ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की है।
चार्जशीट में मलिक के साथ शब्बीर शाह, अशिया अदराबी, मसरत आलम समेत दूसरे अलगावादी नेताओं के नाम भी शामिल किए गए हैं। मलिक समेत ये तमाम लोग 2017 के जम्मू-कश्मीर टेरर फंडिंग मामले में आरोपी है। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ जांच में कई नए सबूत मिले हैं। इनमें सोशल मीडिया पोस्ट, कॉल रिकॉर्ड, मौखिक और दस्तावेजी प्रमाण शामिल हैं।
नए सबूतों से चार्जशीट में शामिल तमाम आरोपियों के सीमा पार बैठे आतंकी हाफिज सईज और सैयद सलाहउद्दीन के साथ रिश्तों का खुलासा हुआ है।
जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद का नाम भी चार्जशीट में शामिल
इस केस में 2008 में मुंबई के आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड, जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के साथ तमाम अलगाववादी नेताओं पर मामला दर्ज किया गया था। चार्जशीट में पूर्व विधायक शेख अब्दुल रशीद का नाम भी शामिल है। केस के मुताबिक, सीमा पार से कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए मलिक समेत अलगाववादी नेताओं ने पैसा लिया था। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बैठे आतंकवादियों ने कुछ बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया था। हवाला के जरिए भी बड़ी रकम भेजी गई थी।
