श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद हिरासत में लिए गए सभी नेताओं को एक-एक करके छोड़ दिया जाएगा। यह बात गुरुवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार फारुख खान ने कही। उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए हर नेता का पूरी तरह से विश्लेषण करने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा। जम्मू के कुछ नेताओं को दो महीने बाद बुधवार को रिहा किया गया था।
इस बीच घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस पर खान ने कहा कि यह किसी आतंकी हमले की आशंका देखते हुए नहीं बल्कि एहतियात के तौर पर उठाया गया कदम है। पुलिस, सेना, बीएसएफ समेत सभी सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं।
महबूबा, उमर समेत कुछ नेता हिरासत में
खान ने कहा, ‘‘सीजफायर उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान को पहले भी सबक सिखाया गया था। अगर जरूरत होगी तो आने वाले दिनों में भी उसे सबक सिखाया जाएगा।’’ हालांकि पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला उन प्रमुख नेताओं में शामिल हैं, जो अभी तक हिरासत में हैं।
कई इलाकों में यातायात हुआ जाम
इससे इतर गुरुवार सुबह श्रीनगर में कई दुकानें खुली नजर आईं। स्कूल और शैक्षणिक संस्थान पहले ही खोल दिए गए हैं। कुछ इलाकों में यातायात भी प्रभावित हुआ। इसे संभालने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
