मुंबई। 'सोनू के टीटू की स्वीटी' और 'लुका छुपी' जैसी हिट फिल्में दे चुके कार्तिक आर्यन की मानें तो कभी एक कास्टिंग ने कहा था कि उन्हें विज्ञापनों और सीरियल्स में भी काम नहीं मिलेगा। हालांकि, बाद में उसने अपने शब्दों के लिए उनसे माफी मांगी थी। अभिनेता ने यह खुलासा एक हालिया इंटरव्यू में किया।
फिल्मफेयर मैगजीन से बातचीत में कार्तिक ने बताया, "घंटों तक ऑडिशंस की कतार में खड़े रहने के बाद सभी के सामने मुझे दिया जाता था, 'जाओ तुम फिट नहीं हो।' यह बहुत अपमानजनक होता था। यह आपका आत्मविश्वास तोड़ देता है। एक पॉपुलर कास्टिंग डायरेक्टर ने तो मुझे यह कहते हुए नजरअंदाज कर दिया था, कि 'इसका कुछ नहीं हो सकता। इसे विज्ञापनों और सीरियल्स में भी काम नहीं मिल सकता। यह अपना समय बर्बाद कर रहा है। पूरी जिंदगी इसकी संघर्ष में ही निकल जाएगी।"
"हालांकि, बाद में जब उस कास्टिंग डायरेक्टर ने मेरी फिल्म देखी तो उसे अपनी गलती का अहसास हो गया था। उसने मुझे फोन किया और कहा- मैं माफी चाहता हूं। अपने करियर में मैं पहली बार तुम्हारे मामले में गलत साबित हुआ हूं। तुमने मुझे गलत साबित कर दिया।"
इंटरव्यू में कार्तिक ने अपने स्ट्रगल के बारे में भी बताया। वे कहते हैं, "मैंने फेसबुक वॉल पर 'प्यार का पंचनामा' के ऑडिशन के बारे में पढ़ा। मेरे पास पोर्टफोलियो बनवाने के पैसे नहीं थे। इसलिए मैंने अपने कॉलेज एल्बम से फोटो क्रॉप की और भेज दीं। उन्होंने मुझे ऑडिशन के लिए बुला लिया। प्रक्रिया 6 महीने तक चली। अंततः 'प्यार का पंचनामा' मिल गई। फिल्म से मेरा एक मोनोलॉग वायरल हो गया। यह हर किसी के फोन पर था। फेसबुक के साथ-साथ हर जगह ट्रेंड कर रहा था। यह मेरे ऑडिशन की क्लिप थी, जो फनी थी। इसी से मुझे फेम मिला। लोगों ने मुझे मोनोलॉग ब्वॉय कहना शुरू कर दिया था।"
उनका ऑटो-रिक्शा पलट गया था और वे बुरी तरह घायल हो गए। बकौल कार्तिक, "एक अजनबी साइकिल से मुझे अस्पताल ले गया। मैंने मम्मी को फोन किया और यह कहते हुए रोने लगा कि मेरे हाथ से फिल्म निकल गई। रात में जब फिल्म के डायरेक्टर लव रंजन और प्रोड्यूसर कुमार मंगत, अभिषेक पाठक मुझे देखने आए तो मैंने उनसे कहा- सर प्लीज मुझे फिल्म से मत निकालना।' शुक्र है कि उन्होंने मेरा इंतजार किया।"
