रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को नेता चुना गया। शिबू सोरेन के निवास पर झामुमो के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन के नेता और विधायक राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने पहुंचे। सरकार बनाने का दावा पेश किया। हेमंत सोरेन ने कहा- 29 दिसंबर को दोपहर 1 बजे शपथ ग्रहण होगा। उधर, झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने भी विधायकों की बैठक बुलाई है। इसके बाद कांग्रेस, झामुमो और राजद एक संयुक्त बैठक करेंगे।
महागठबंधन ने चुनाव से पहले ही हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया था। चर्चा है कि हेमंत 27-28 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. दिनेश उरांव ने भी इस्तीफा दे दिया। सोमवार को आए नतीजों में उरांव सिसई सीट से चुनाव हारे थे।
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम चुने गए
इसी बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। आलमगीर आलम को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया। आलम पाकुड़ से विधायक चुने गए हैं। इसके बाद कांग्रेस और राजद, झामुमो के विधायक शिबू सोरेन के आवास पर पहुंचे। यहां पर महागठबंधन दल का नेता चुनने के लिए बैठक की गई। यहां नेता चुने जाने की घोषणा की जाएगी।
झाविमो ने बिना शर्त समर्थन दिया
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद हेमंत झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की। मरांडी ने बिना शर्त महागठबंधन को समर्थन देने का ऐलान किया है। झाविमो ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। इससे पहले सोमवार शाम को भाजपा की करारी हार के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
सोरेन के आवास पहुंची मुख्यमंत्री सुरक्षा
इधर, हेमंत सोरेन और उनके आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीएम आवास से सुरक्षा को हेमंत सोरेन के आवास पर शिफ्ट कर दिया गया। चुनाव में बहुमत मिलते ही हेमंत सोरेन के आवास पर लोगों की भीड़ जुटने लगी थी, जिसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था तुरंत बढ़ा दी गई। डीजीपी कमल नयन चौबे ने भी उनकी सुरक्षा-व्यवस्था से संबंधित जानकारी ली है। हेमंत सोरेन के पास पहले से जेड प्लस की सुरक्षा थी।
भाजपा को मिली 25 सीटें
झारखंड की 81 में महागठबंधन ने 47 सीटें जीती हैं जबकि भाजपा 25 सीटों पर सिमट गई। अकेले झामुमो के खाते में 30 सीटें आई हैं। सहयोगियों में कांग्रेस को 16 और राजद को एक सीट पर जीत मिली।