मुरैना। जिले के नेंपरी गांव में 13 अप्रैल को 10 साल की नाबालिग से दुष्कर्म के मामले को ट्रेस करने के लिए पुलिस ने जो तत्परता और तरकीब दिखाई, वह चर्चा में है। नाबालिग द्वारा आरोपी की उम्र और हुलिया बताने के बाद पुलिस ने पहले गांव की मतदाता सूची से 18 से 40 साल के 1500 संदिग्ध खंगाले। उसके बाद उनमें से नशा करने वाले 150 से 200 लोगों को थाने लाए और पिटाई की।
पुलिस की इस सख्ती का विरोध हुआ तो अंतिम दौर में गांव के 700 नौजवानों की परेड पीड़िता के समक्ष कराई गई। तब जाकर अपराध घटित होने के 10वें दिन बुधवार को आरोपी नेंपरी निवासी 28 वर्षीय कन्हैया कुशवाह ने अपना जुर्म क्राइम ब्रांच की टीम के समक्ष कुबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी के बताए स्थान से उसके कपड़े अपने कब्जे में लिए और उनका प्राइमरी टेस्ट कराया। टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही पुलिस ने कन्हैया कुशवाह को आरोपी घोषित कर दिया।
ऐसे पकड़ में आया कन्हैयापुलिस ने 19 अप्रैल को दुष्कर्म के कुछ संदेहियों को नेंपरी से उठाया था। दाे दिन तक पुलिस उनमें से किसी से कुछ भी नहीं उगलवा सकी। पीड़िता ने बताया था कि आरोपी के पास की-पैड वाला मोबाइल है। सिर पर एक साइड की मांग के बाल निकालता है। कलर सांवला है और चेहरे पर हल्की दाढ़ी है और कान में बाली भी पहनता है। 21 अप्रैल को जब पुलिस ने नेंपरी के युवाओं की पहचान कराने के दौरान कन्हैया के भाई मातादीन व राजकुमार को सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पीड़िता के समक्ष पेश किया तो एक भाई को देखकर पीड़िता नेे कहा कि ऐसा ही था वो। आरोपी की शक्ल इस लड़के से मिलती-जुलती है। पुलिस ने मातादीन व राजकुमार के भाई कन्हैया को भी पीड़िता को दिखाया तो बालिका ने विश्वास के साथ कहा कि हां... यही है वो लड़का।
कपड़े बरामदडाॅ. असित यादव, पुलिस अधीक्षक मुरैना के मुताबिक, कैलारस में बालिका से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपी कन्हैया कुशवाह निवासी नेंपरी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए घटना के समय पहने हुए खून लगे कपड़े बरामद कराए हैं।