मंदिर में लगने बाले सभी सफेद मार्वल के पत्थर नक्कासी होकर मकराना राजिस्थान से बनकर आए है
विशाल रजक, तेंदूखेड़ा। नगर में मध्यप्रदेश का पहला सफेद मार्बल का दिगम्बर जिनालय का निर्माण अचार्य श्री विद्यासागर जी महराज जी के मंगल आर्षीवाद एवं मार्गदर्षन में कराया जा रहा है। मंदिर जी का निर्माण लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। शेष निर्माण इसी साल तक पूर्ण हो जाएगां। मंदिर जी के निर्माण में गति देने के लिए अचार्य श्री के आदेश से अंकम्प मति माता जी का सासंघ मंगल चर्तुमास हो रहा हैं। माता जी की देख रेख में प्रतिदिन कारीगरो के द्वारा मंदिर जी का निर्माण चल रहा हैं। मंदिर जी के शिखर पूर्ण हो चुके हैं। सिंगार चैकी का कार्य चल रहा है। मंदिर जी के गर्भालय में 24 स्तम्भ एवं दूसरे तल में भी 24 स्तंभ रहेगे एवं तीन शिखर का बनाया जा रहा है। जिनपर भव्य कलषो की स्थापना की जाएगीं। मंदिर जी के निर्माण के वाद भव्य पंचकल्यांणक के साथ वेदी प्रतिष्ठा की जाएगीं। वर्तमान मंे निर्माण कार्य निरंतर चल रहा है।
निर्माण में भिंड मुरेना के आरट्रिक इंजिनियर की देखरेख में लगभग 7 कारीगर प्रतिदिन काम में लगे हुए है। सबसे बडी बात है कि मंदिर जी में लगने बाला सम्पूर्ण सफेद मार्वल के पत्थर भव्य नक्कासी के साथ मंदिर में लगने वाली साईज की कंटिग होकर मकराना राजिस्थान से बनकर आए है। यहां पर कारीगर क्रेनमषीन से मंदिर जी की दीवालो पर सेट कर रहे है। जिनालय का भूमिपूजन 16 अक्टूवर 2015 को किया गया था एवं 2 नम्वंबर 2015 को शिलान्याष मुनिश्री विमल सागर महराज जी के सासंघ सानिध्य में सम्पन्न हुआ था।
ज्ञात हो कि नगर की सकल जैन समाज ने आचार्य श्री की प्रेरणा से नगर के पुराने भगवान पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी एवं भगवान महावीर दिगम्बर जैन मंदिर जी के दोनो समोषरण को एक मंदिर में विराजमान करने का निर्णय लिया था। जिसके चलते नगर में लगभग 8 करोड रूपए की लागत से सफेद मार्वल के मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। दिगम्वर जिनालय के निर्माण में प्रथम तल पर तीन वेदी बनाए जाएगीं। जिसमे साढे 7 फिट उंची मूलनायक भगवान पारसनाथ जी की प्रतिमाए विराजमान की जाएगीं। इसके बाद द्वितीय तल में पंचवालयती में भगवान पारसनाथ, मल्लीनाथ, महावीर, नेमीनाथ, वांसपूज्य भगवान की प्रतिमाए विराजमान होगीं। इसके अलावा पंचवालयती प्रतिमाओ के दोनो दो ओर पुराने जिनालय जिनमें पारसनाथ मंदिर जी एवं महावीर मंदिर जी का समोषरण विराजमान किया जाएगां। इसके अलावा इसी तल में भगवान की चैवीसी विराजमान की जाएगीं। मंदिर जी के गर्भग्रह में 24 स्तंभ एवं द्वितीय तल में भी 24 स्तभ होगें साथ ही मंदिर जी के तीन षिखर बनाए जाएगें।
मंदिर जी का निर्माण नगर की जैन पंचायत कमेटी की देखरेख में किया जा रहा है। कमेटी के अध्यक्ष अरविंद कुमार मोदी, उपाध्यक्ष अमरचंद भददू सेठ, कोषाध्यक्ष राजकुमार चैधरी, सहकोषाध्यक्ष कुलदीप मोदी है इसके अलावा अभय जैन एवं भददू सेठ के द्वारा मंदिर निर्माण की विशंेष देखरेख की जा रही है। अभय जैन ने कहां कि नगर के नवीन दिगम्बर जिनालय का निर्माण आचार्य श्री के आर्षीवाद तेजगति से चल रहा है। लगभग तीन माह में मंदिर जी का निर्माण पूर्ण हो जाएगां।