मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत खाद्य विभाग द्वारा लगातार छापामार कार्रवाई जारी
गुना। मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा लगातार निरीक्षण एवं नमूना कार्यवाही की जा रही है। रात्रिकालीन बसों में त्यौहार के समय मिलावटी मावा के परिवहन सम्भावना को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारियो द्वारा बसों को चेक किया जा रहा है। उक्त कार्यवाही दौरान रात्रि में बस स्टैंड पर बसों की जाँच दौरान धर्मेन्द्र ट्रेवल्स की बस क्रमांक एमपी 41पी1004 जो ग्वालियर से इंदौर जा रही थी। उक्त बस में 100 किलोग्राम लगभग मावा रखा हुआ था। जो प्रथम दृष्टया मिलावटी प्रतीत हो रहा था। उक्त मावे की जानकारी निकालने पर बस ड्राइवर द्वारा बताया गया की उक्त मावा ग्वालियर से अवदेश शिवहरे द्वारा रखा गया। ड्राइवर द्वारा उक्त व्यक्ति से टेलीफोन से बात करवाई गयी तो उक्त व्यक्ति द्वारा स्वीकार किया की मावा उसके द्वारा बस में रखा गया है। जिसे गंजबसोदा भेजा जा रहा था। उक्त मावा संदिग्ध लगने उक्त व्यक्ति को बुलवाया गया। उक्त मावे को आगामी कार्यवाही तक के लिए कोतवाली गुना में रखवाया गया। सुबह 12 बजे अवधेश शिवहरे निवासी ग्वालियर उपस्थित हुआ एवं उक्त मावे को अपना बताया गया।
संदिग्ध मावे की जांच करते हुए टीम |
अवधेश शिवहरे से उक्त संदिग्ध मावे का नमूना जाँच हेतु लिया गया एवं शेष मावा 99 किलोग्राम विधिवत जप्त किया गया। जिसकी कीमत 25000 रुपए है। प्रकरण में नमूने जाँच हेतु प्रयोगशाला भेजे जा रहे है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के औषधि निरीक्षक शोभित कुमार तिवारी द्वारा मकसूदनगढ़ क्षेत्र में मेसर्स यादव मेडिकल स्टोर, शारदा मेडिकल स्टोर, माँ गायत्री मेडिकल स्टोर, उकावद में श्रीराम मेडिकल स्टोर, श्याम मेडिकल स्टोर एवं जामनेर में मानसी मेडिकल स्टोर के औचक निरीक्षण किये गए तथा मौके पर रिपोर्ट तैयार की गई है। इस माह में जिले में स्थित विभिन्न औषधि विक्रय संस्थानों से अभी तक 10 औषधियों के नमूने जाँच, विश्लेषण हेतु लिए जाकर राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गये है। जहाँ से जाँच रिपोर्ट प्राप्त होने पर आगामी कार्यवाही की। भ्रमण के दौरान औषधि निरीक्षक द्वारा मेडिकल स्टोर संचालकों को हिदायत दी गई की औषधि का विक्रय औषधि एवं प्रशाधन सामग्री अधिनियम 1940 एवं नियमावली 1945 के प्रावधानों के अनुसार ही करें। कलेक्टर के निदेर्शानुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा औषधि विक्रय संस्थानों पर निरंतर निरीक्षण कार्यवाही जारी है।