बमुश्किल प्रशासन के अधिकारियों की समझाइश पर चक्का जाम कर रहे किसान मानने को तैयार हुए।
रायसेन। बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित भोपाल रोड के पास कृषि उपज मंडी समिति गेट के सामने धान बेचने आए हजारों किसान उस समय नाराज हो गए जब धान खरीदी कर रहे धान व्यापारियों द्वारा धान के रेट एक दम कम कर दिए गए 2000 से लेकर 23 00 प्रति क्विंटल धान के रेट व्यापारियों द्वारा नीलामी में लगाए गए जिसका वहां मौके पर मौजूद हजारों किसानों ने विरोध किया और पिछले दिनों से चल रही ते रेट पर नीलामी की किसानों ने मांग रखी परंतु धान व्यापारी मानने को तैयार नहीं हुए जिससे नाराज होकर हजारों किसानों ने शाम के समय से लेकर 6:45 बजे तक लगभग 2 घंटे तक कृषि मंडी गेट के सामने रायसेन भोपाल रोड पर हजारों की संख्या में जाम लगा दिया जिससे 2 घंटे तक रोड पूरी तरह से अमरुद रहा और आवागमन भी पूरी तरह बंद रहा किसानों द्वारा चक्का जाम की खबर मिलते ही कोतवाली पुलिस तहसीलदार एपी पटेल
एसडीओपी आदिति भावसार सहित प्रशासन के अन्य अधिकारी और काफी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची और 2 घंटे से चक्का जाम कर रहे किसानों को समझाने की कोशिश की परंतु बहुत देर बाद किसान अधिकारियों की समझाइश पर बमुश्किल माने तब जाकर रोड से चक्काजाम किसानों द्वारा खत्म किया गया। किसानों का कहना था कि अभी दो-तीन दिन पहले धान व्यापारियों द्वारा किसानों की धान 2500 से ₹3000 प्रति क्विंटल तक खरीदी जा रही थी परंतु बुधवार से नीलामी के दौरान व्यापारियों द्वारा अचानक धान खरीदी के बहुत कम रेट कर दिए जिससे किसानों को घटा पहुंच रहा है किसानों का कहना था कि धान के भाव ₹25 सौ प्रति कुंटल से लेकर ₹3000 प्रति क्विंटल तक हमारी धान खरीदी जाए और कम रेट पर धान खरीदी करने वाले धान व्यापारियों पर मंडी प्रबंधन द्वारा और जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही किया जाए और धान फसल के बढ़े हुए मूल्य पर धान की खरीदी कराई जाए प्रशासन के अधिकारियों की समझाइश के बाद किसान बमुश्किल माने और जैसे तैसे चक्का जाम खत्म कर दिया गया इस दौरान भोपाल रायसेन रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी परिवहन भी 2 घंटे तक पूरी तरह अवरुद्ध रहा जिससे आम लोगों को भी कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ा।