Type Here to Get Search Results !

हड़ताल के दौरान सहायिका के बाद आंगनबाडी कार्यकर्ता शहनाज बानों की मौत, जनाजे को लेकर पुलिस से झडप

हडताल के 40वें दिन पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, कैबिनेट में समाधान का दिया भरोसा

सागर। बीते चालीस दिनों से तपती धूप में अपनी मांगों के लिए हड़ताल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं बैठी है। इसी दौरान कल शाम को एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शहनाज बानों की तबियत बिगड़ गई, जिसकी कुछ ही देर में मौत हो गई। इससे पहले एक अन्य सहायिका राजकुमार अहिरवार की भी 22 मार्च को मौत हो चुकी है। आज शहनाज बानों का जनाजा बदले हुए मार्ग से ले जाया जा रहा था, जिसका पता चलते ही महिलाओं ने दौड़ लगा दी और जनाजे को रोक कर बिलख पड़ी। दूसरी ओर, पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव धरना स्थल पहुंचे और भरोसा दिलाया कि आगामी मंगलवार को होने वाली कैबिनेट में मांगों का समाधान हो जाएगा। 

दरअसल मृतका शहनाज बानों का जनाजा पहले हड़ताल स्थल पर आ रहा था, जिसके बाद कब्रिस्तान जाना था। इससे तनाव फैलने की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन ने जनाजे का रास्ता बदलवा दिया, जिसकी खबर लगते ही आगनबाड़ी सहायिकाएं और कार्यकर्ता दौड़ते हुए वहीं पहुंच गर्इं। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प भी हो गई। महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं हालात को देखते हुए सुबह से ही कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी तरुण नायक सहित पुलिस बल मौजूद रहा। इसके अलावा संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा रोते रोते इसी दौरान बेहोश हो गई जिन्हें कलेक्टर ने तत्काल हडताल स्थल पर डॉक्टर बुलाकर इलाज कराया। 

एफआईआर और मुआवजे की मांग

आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का आक्रोश जिला महिला बाल विकास अधिकारी रचना बुधोलिया और  सुपरवाईजर रजनी बारोलिया के खिलाफ था। दोनों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते एफआईआर दर्ज करके मृतकों के परिवारों को पांच पांच लाख रुपए मुआवजा और अनुकंपा नियुक्ति की मांग की गई। वहीं इसके अलावा मूल मांगों में सरकारी कर्मचारी घोषित करने, अनुकंपा नियुक्ति आदि शामिल हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.