कमलेश सिंह के आरोपों के जवाब में छोटी बहन इंद्रा सिंह का खुलासा
भोपाल। सीनियर आईपीएस शैलेष सिंह पर पारिवारिक प्रापर्टी हड़पने के लिए प्रताड़ना के आरोप लगाने वाले बडे भाई कमलेश सिंह का कच्चा चिट्ठा उनकी ही छोटी बहन इंद्रा सिंह ने खोल दिया है। इंद्रा सिंह के अनुसार उनके पिता की मृत्यु के बाद गोरखपुर के पंजाब नेशनल बैंक के लॉकर को फर्जीवाड़ा करके कमलेश सिंह ने खुलवाकर उसमें रखे लाखों रुपए के सोने चांदी के गहने हड़प लिए। हद तो यह है कि पिता की मृत्यु इलाज के दौरान बांबे हॉस्पिटल मुंबई में हुई थी, लेकिन कमलेश सिंह ने गोरखपुर के ग्राम कोदरी में मृत्यु होने का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर बैंक और दूसरे संस्थानों को धोखा दिया।
ज्ञात हो कि सेवानिवृत्त इंजीनियर कमलेश सिंह ने मानव अधिकार आयोग, पुलिस कमिश्नर आदि को आवेदन देकर आरोप लगाया है कि उनके छोटे भाई आईपीएस शैलेष सिंह आदि पारिवारिक प्रापर्टी को हड़पने के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। प्रापर्टी पहले ही कब्जे में करने के बाद भी उनके परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं। इसके जवाब में कमलेश सिंह की छोटी बहन इंद्रा सिंह ने खुलासा किया है कि, स्वयं कमलेश सिंह पहले ही भोपाल कोर्ट में प्रापर्टी के बंटवारे का केस लगा चुके हैं। इसमें कोर्ट ने नोटिस भी जारी कर दिए हैं। ऐसे में अब मामला कोर्ट में है और जो भी कहना है तो कोर्ट में कहना चाहिए, लेकिन छोटे भाई, बहन पर झूठे आरोप लगाकर कीचड़ उछाल रहे हैं।
पुलिस और बैंक लोकपाल को शिकायत
इंद्रा सिंह के मुताबिक उनके पिता स्व. उदयभान सिंह सेवानिवृत्त प्राचार्य की मृत्यु 1 जुलाई 2010 को मुंबईमें होने की असलियत को छिपाकर फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र पुश्तैनी गांव कोदरी, जिला गोरखपुर के पते का कमलेश सिंह ने बनवाया। बूढ़ी मां श्रीमती कैलाशी देवी को धमकाकर दस्तखत करवा लिए और अपनी पत्नी पुष्पा सिंह को आगे करके पिता का लॉकर खुलवा कर गहने हड़पे। इसकी शिकायत गोरखपुर पुलिस के साथ ही बैंकिंग लोकपाल को की जा रही है, ताकि धोखाधड़ी पर कार्रवाई हो सके।
एक करोड़ 66 लाख रुपए के डॉक्यमेंट
इंद्रा सिंह ने बैंक और विभिन्न बीमा पालिसियों के डॉक्यूमेंट मीडिया के सामने रखते हुए बताया कि अभी तक एक करोड़ 66 लाख रुपए के सबूत मिल चुके हैं, जोकि बडेÞ भाई कमलेश सिंह ने छोटे भाई बहन को बिना बताए हड़पे हैं। ब्याज और अन्य राशि मिलाकर करीब ढ़ाई से तीन करोड़ रुपए का हिसाब नहीं दे रहे हैं। इससे पहले सारे रिश्तेदारों के बंटवारा करने की बात करने पर कमलेश सिंह ने धमकाते हुए कहा कि कोई हिस्सा नहीं मिलेगा, जो करते बने कर लो। फिर भी परिवार की इज्जत की खातिर चुप रहे, लेकिन अब कमलेश सिंह की असलियत उजागर कर रही हैं।
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