फेडरेशन आॅफ मप्र चैंबर्स आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डॉ. राधाशरण गोस्वामी ने साझा की जानकारी
भोपाल। आॅटोमोबाइल्स के सेक्टर में मध्यप्रदेश को बढ़ावा देने के लिए बीएफजेड, जर्मनी के साथ फेडरेशन आॅफ मप्र चैंबर्स आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ने एमओयू साइन किया है। इससे मप्र के एमएसएमई के तइत आॅटोमोबाइल्स सेक्टर के भोपाल एवं इंदौर से चयनित उद्योगों को 2 सप्ताह भारत में एवं 2 सप्ताह जर्मनी में नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी। यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा, ताकि मध्यप्रदेश की आॅटोमोबाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा देकर निर्यात में भागीदारी को मजबूत किया जा सके।
यह जानकारी फेडरेशन आॅफ मप्र चैंबर्स आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डॉ. राधाशरण गोस्वामी ने मीडिया से साझा की। साथ में फेडरेशन के सचिव प्रवीण आचार्य भी थे। उन्होंने बताया कि शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्रालय, जर्मनी और कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार ने संयुक्त रूप से एमएसएमई क्षेत्र को उद्योग विशिष्ट प्रशिक्षित कर्मी प्रदान करने के लिए तकनीकी व्यावसायिक शिक्षा प्रणाली स्थापित करने के लिए सिनाडे (स्टेथनिंग इंडस्ट्री ओरिएंटेशन एप्रोचेस फॉर डुअल एजूकेशन एंड ट्रेनिंग ) परियोजना शुरू की है। यह परियोजना फेडरेशन आॅफ एमपी चैंबर्स आॅफ कॉमर्स एंडइंडस्ट्री द्वारा जर्मन पार्टनर बीएफजेड के सहयोग से लागू की जाएगी। बीएफजेड, जर्मनी में स्थित दुनिया के सबसे बड़े प्रशिक्षण प्रदाताओं में से एक हैं। इस संदर्भ में जेन्स केजर परियोजना निदेशक बीएफजेड, दिनेश राय, पूर्व सचिव एमएसएमई, भारत सरकार एवं चेयरमेन ने डॉ. गोस्वामी, अध्यक्ष फेडरेशन आॅफ एमपी चैंबर्स आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीके साथ बैठक की। इसके बाद जर्मनी और भारत की संयुक्त टीम ने 3 नवम्बर 2022 को मंडीदीप एवं 4 नवम्बर 2022 को गोविन्दपुरा स्थिति औद्योगिक इकाइयों का दौरा करके ट्रेनिंग शूड्यूल फाइनल किया।




