संत मोहनदास महाराज ने छठे दिन श्री राम विवाह की कथा का किया वर्णन, झूम उठे श्रद्धालु.
बेगमगंज। सुल्तानगंज कस्बा के हनुमान मंदिर परिसर में चल रही श्री राम कथा के छठवें दिन श्री राम विवाह कथा का आयोजन किया गया जिसमें कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने राम विवाह की कथा को सुनकर अपने आपको धन्य समझा, कथा वाचक संत मोहनदास महाराज ने बताया कि श्री राम के गुरु विश्वामित्र को संदेश मिला कि राजा जनक के महल में एक शिव धनुष है जो सीता माता ने उठा लिया था। जब यह बात राजा जनक को पता चली तो उन्होंने सभी राज्यों के राजाओं को संदेश दिया जो भी राजा इस धनुष को उठा लेगा उसी से सीता का विवाह होगा।
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श्रीमद् भागवत कथा सुल्तानगंज |
यह सुनकर स्वयंवर में सभी राजा उपस्थित हुए और धनुष को उठाने का प्रयास किया लेकिन उठा न सके। यह सुनकर विश्वामित्र अपने शिष्य श्री राम के साथ स्वयंवर में पहुंचे और श्री राम ने अपने गुरू विश्वामित्र का आदेश पाकर धनुष को उठाकर तोड़ दिया ।
राजमहल श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। सीता माता ने श्रीराम के गले में वरमाला डाल दी इस प्रकार विवाह संपन्न हुआ। यह देख कर पंडाल में श्रद्धालुओं ने श्री राम के जयकारे और सीता माता के जयकारों से पूरे पंडाल को गूंजयमान कर दिया । वहीं श्री राम के विवाह के उत्सव में श्रद्धालु झूमने लगे।
इस मौके पर कंछेदीलाल शर्मा, शिव नारायण व्यास टेकापार, गोविंद शर्मा, रघुराज प्रताप सिंह परमार चांदौड़ा, नत्थूसिंह ठाकुर खामखेड़ा, रघुराज सिंह यादव, दीपक राजपूत, रामबाबू यादव, पन्नालाल अग्रवाल आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।