बेगमगंज। तहसील के मरखेड़ा गुलाब की लघु सिंचाई परियोजना को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, परियोजना का निर्माण कार्य जिस जगह पर 4 माह पूर्व में किया जा रहा था। उस जगह को ठेकेदार द्वारा बदलकर पूर्व की जगह से करीब 2 सो मीटर ऊपर परियोजना का कार्य ठेकेदार द्वारा शुरू किया गया है जिससे किसानों की भूमि अधिक दूब में आ रही है और किसानों को किसी तरीके सूचना या जानकारी राजस्व विभाग द्वारा नहीं दी गई है ठेकेदार ने अपनी मनमानी से बांध का निर्माण शुरू किया है जिससे क्षेत्र के किसान लामबंद हुए और परियोजना का विरोध करने लगे।
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बांध निर्माण का विरोध करते किसान |
किसानों का कहना है कि पूर्व की जगह बांध में जलभराव अधिक होता और उपजाऊ जमीन कम डूब में आ रही थी। जबकि अब जिस जगह बांध निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है उस जगह जलभराव कम होगा और उपजाऊ जमीन अधिक डूबेगी और बांध भी छोटा हो जाएगा।
आपको बता दे कि पहले जिस जगह बांध निर्माण का कार्य शुरू हुआ था उस जगह बांध की दीवार की लंबाई 900 मीटर थी। और अब जिस जगह बांध निर्माण कार्य शुरू किया गया है उस जगह बांध की दीवार की लंबाई 600 मीटर और ऊंचाई 23 मीटर है। बांध करीब दो करोड़ की लागत से अधिक राशि का स्वीकृत है।
गौरतलब है कि सिंचाई
परियोजना की जगह बदलते ही जब किसानों ने मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य का विरोध किया तब ठेकेदार बृजेन्द्र पटेल द्वारा किसानों को धमकाते हुए कहा गया तुम लोगों के खिलाफ पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा जिससे किसानों में काफी आक्रोश है।
किसानों का आरोप है कि बिना सूचना दिए उनकी जमीनों फसलों को बर्बाद किया जा रहा है संबंधित विभाग से किसी तरह की सूचना प्याज नोटिस सोने नहीं दिया गया है ना ही किसी तरह की मुआवजे की कोई बात सामने आई है। यदि विरोध के बाद भी ठेकेदार द्वारा काम बंद नहीं किया जाता तो किसानों का आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
एसडीओ अरविंद यादव ने बताया की एजेंसी द्वारा सर्वे कार्य किया जा रहा था। उसी वक्त ठेकेदार द्वारा बांध निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया था किंतु जब सर्वे कार्य पूर्ण हुआ और एजेंसी द्वारा दूसरी जगह प्रस्तावित की गई जिसके कारण बांध की जगह का परिवर्तन किया गया है।