महाराणा बोर्ड गठन के लिए जय राजपूताना संघ ने सीएम का जताया आभार
भोपाल। आरक्षित वर्गों की तर्ज पर राजपूत छात्रों को शिक्षा एवं हॉस्टल की सुविधा मिले। इसके साथ ही ईएसडब्ल्यू में सुधार करके महिलाओं की आय में पिता के बजाय पति की आय लिखी और मानी जाकर प्लॉट, मकान की शर्तें हटाई जाएं। वहीं महाराणा प्रताप और मां पद्यावती के नाम पर पुरस्कार की घोषणा के बाद भी शुरु नही होने पर भोपाल में राजपूताना महासमर आयोजित होगा।
यह मांग जय राजपूताना संघ के संस्थापक भवर सिंह रेटा, प्रदेश संयोजक लाखन सिंह कठोडिया और संयोजक भूपेंद्र सिंह जादौन ने करते हुए मीडिया को बताया कि ईएसडब्ल्यू के प्रावधानों में सुधार किया जाए। साथ में सरदार दीपक सिंह डोडिया, बलराम बन्ना, वीरेंद्र सिंह राठौर, बबलू सिंह सोलंकी, अमृत सिंह, राहुल सिंह हाड़ा, आदित्य बना, जोहरसिंह पीपड़ा, मुकेश सिंह सोलंकी, विनाद सिंह सिसोदिया आदि थे। इन्होंने महाराणा बोर्ड बनाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताते हुए कहा कि अन्य बोर्ड की तर्ज पर सुविधाएं देकर विस्तार किया जाए। साथ ही ईएसडब्ल्यू वर्ग को पंचायतों और निकाय चुनावों में भी 10प्रतिशत आरक्षण दिया जाए।
दुष्प्रचार और अत्याचार बर्दाश्त नहीं
जय राजपूताना संघ ने एट्रोसिटी एक्ट पर कहा कि एक ओर हत्या जैसे अपराधों में भी जांच के बाद ही गिरफ्तारी होती है, लेकिन एट्रोसिटी एक्ट में कायम किए गए मामलों में बिना जांच गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाता है। ऐसे मामले बाद में अदालत में बोगस साबित होते हैं, लेकिन एक सम्मानिक सवर्ण व्यक्ति की सरेआम बेइज्जती होती है। ऐसे में एट्रोसिटी मामले में निर्दोष साबित होने पर पीड़ितों को मुआवजा देने के साथ ही फर्जी रिपोर्ट करने वालों पर कार्रवाई की जाए।


