बेगमगंज। नगर के शिवालय मंदिर में कुलदीप श्रीवास के पिता स्वर्गीय छगनलाल श्रीवास एवं माता लक्ष्मी बाई श्रीवास, धर्मपत्नी अभिलाषा नीतू श्रीवास की पुण्य स्मृति में आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा यज्ञ के तीसरे दिवस कथावाचक वृंदावन धाम उत्तर प्रदेश से पधारी भारती दीदी ने कहा कि मनुष्य जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एक मात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए। कथा के दौरान कपिल चरित्र, सती चरित्र, धु्रव चरित्र, जड़ भरत चरित्र, नृसिंह अवतार आदि प्रसंगों पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। उन्होंने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान किया। भजन मंडली की ओर से प्रस्तुत किए गए भजनों पर श्रोता भाव विभोर होकर नाचने लगे।
![]() |
भागवत कथा का वाचन करती भारती दीदी |
भारती दीदी ने कहा कि वैराग्य मानव को ज्ञानी बनाता है। वैराग्य में मानव संसार में रहते हुए भी सांसारिक मोहमाया से दूूर रहता है। उन्होंने वाराह अवतार सहित अन्य प्रसंगों पर प्रवचन किए। कथा के चौथे दिवस श्री कृष्ण जन्म उत्सव की कथा का वाचन किया जाएगा और जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
कथा स्थल पर शैलेश ताम्रकार, राजीव नेमा, सतीश ताम्रकार, मनोज सोनी, राकेश सोनी, ओंकार साहू, पंकज सोनी, सुरेश ताम्रकार, दीपक सोनी, राजू साहू ज्योति मेडिकल एवं भागवत ज्ञान गंगा समिति सदस्य व्यवस्थाओं को अंजाम देते नजर आए