नगर के हदाईपुर जैन मंदिर मैं महाराज श्री का चौमासा चल रहा है जिसमें सभी श्रद्धालु महाराज श्री के चौमासे का पुण्य लाभ ले रहे है। महाराज उपशान्त सागर महाराज सुबह अभिषेक शांतिधारा कराते हैं तत्पश्चात प्रवचन होते हैं शाम को तीन बजे क्लास लगती है रात्रि मैं आरती होती है।
कार्यक्रम में प्रतिदिन आचार्य श्री कुछ ना कुछ अच्छी बातें लोगों को बता कर धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन में एक नियम आवश्यक रुप से लेना चाहिए और नियम का जीवन भर पालन करना चाहिए। नियम लेने के बाद नियम का पालन नहीं किया गया तो पाप कर्म का बंध होता है। उन्होंने अनेक दृष्टांत के माध्यम से जीवन में धर्म का महत्व बताया। खुद से कुछ भी नही होता आत्मम ही आत्मा का कल्याण करेगी अच्छी प्रवृति को अपना नही पाते ओर बुरी प्रवृत्ति को छोड नही पाते इसका कारण हमारे चित मे अच्छे संस्कार का आभाव है।
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मंदिर समिति ने सभी समाज बंधुओं से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया है। |
कार्यक्रम में प्रतिदिन आचार्य श्री कुछ ना कुछ अच्छी बातें लोगों को बता कर धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन में एक नियम आवश्यक रुप से लेना चाहिए और नियम का जीवन भर पालन करना चाहिए। नियम लेने के बाद नियम का पालन नहीं किया गया तो पाप कर्म का बंध होता है। उन्होंने अनेक दृष्टांत के माध्यम से जीवन में धर्म का महत्व बताया। खुद से कुछ भी नही होता आत्मम ही आत्मा का कल्याण करेगी अच्छी प्रवृति को अपना नही पाते ओर बुरी प्रवृत्ति को छोड नही पाते इसका कारण हमारे चित मे अच्छे संस्कार का आभाव है।