![]() |
बारिश के बाद खेत में खाद डालता किसान |
बेगमगंज। दो दिनो से आसमान में छाए बादल और हल्की बारिश रात में तेज हो गई आखिर आसमान में छाए बादल बरस पड़े। मावठे की यह वर्षा मौसम में ठंडक घोल गई। रबी सीजन की फसल गेहूं, चना सहित अन्य दलहनी फसलों के लिए बारिश की बूंदे अमृत के समान रही। हालंकि बारिश का क्रम अधिक देर नहीं रहा, लेकिन 20 से 25 मिनट हुई तेज बारिश ने समूचे क्षेत्र में बारिश का एहसास दिला दिया था। वर्षा के कारण जगह- जगह पानी ठहर गया। अभी भी सूरज बादलों की ओट में छिपा हुआ है। मौसम के इस बदले मिजाज से लोगों को बारिश के बाद से गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ गया। तापमान में गिरावट की वजह से ठंड में बढ़ोत्तरी हो गई है। वर्षा के होने से रबी सीजन की फसलों को लाभ पहुंचा है।
क्षेत्र में पिछले एक पखवाड़े से बादल छा रहे थे। सुबह धुंध भी हो रही थी। मंगलवार सुबह से बादल छाए थे और धूप न खिलने से सुबह का नजारा ऐसा रहा कि मानो शाम ढल रही हो। मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में करीब आधा इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है सुबह के समय भी बारिश हुई वहीं दोपहर 12 बजे तक हल्की बारिश होती रही पहाड़ी अंचल में गुरुवार को पूरे इलाके में बारिश की बूंदे काफी देर तक धरा पर गिरती रही। लोगों को घंटो एक स्थान पर ठहरना पड़ गया। इसी तरह सुल्तानगंज सुनवाहा मरखेड़ा टप्पा क्षेत्र में भी अच्छी बारिश सुबह के समय हुई। हालंकि बारिश का क्रम जब शुरू हुआ तो कामकाजी लोग घरों से निकल चुके थे। बच्चे भी स्कूल पहुंच चुके थे, जिससे सुबह यह वर्ग बारिश की वजह से ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ। इस वर्षा के होने से रबी सीजन की फसलों को लाभ पहुंचा है। मुख्यतः बोई गई गेंहू जिसे पानी की जरूरत थी। वह कुछ देर ही हुई बारिश से फायदा पहुंचा। यदि बारिश कुछ दिन और हुई तो जमीन में अच्छी खासी नमी आ जाएगी, जिससे बोई गई फसल को अच्छा होगा ही जमीन में नमी आने पर जो किसान बुवाई का इरादा छोड़ चुके थे वे भी गेहूं की फसल लेने को तैयार हो सकते हैं। वहीं कुछ किसानों ने बारिश थमते ही अपने खेतों में खाद डालना भी शुरू किया।