भोपाल। नए कानून नागरिकों के अधिकारों को सर्वोपरि रखेंगे और महिलाओं, बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे। इतिहास में पहली बार हमारे कानून आतंकवाद, संगठित अपराधों और आर्थिक अपराधों को परिभाषित करते हैं। साथ ही अपराधियों के कानून से बचने के हर रास्ते को रोकते हैं।
यह कहना है आईपीएस अनिल किशोर यादव, निदेश सीएपीटी का, जोकि नव अधिनियमित आपराधिक प्रमुख अधिनियमों पर संवेदीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह बुधवार से शुरू होकर दो सप्ताह के लिए केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर से 125 से अधिक पुलिस अधिकारी भाग ले रहे हैं। इसके शुभारंभ पर निदेशक अनिल किशोर यादव और उपनिदेशक राजशेखर एन. ने नव अधिनियमित भारतीय न्याय संहिता, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 का परिचयात्मक सत्र लिया। इन्होंने कहा कि बीपीआरएंडडी कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अन्य हितधारकों को समग्र और समयबद्ध तरीके से संवेदनशील बनाने के लिए तैयार है। इसी क्रम में सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग (सीएपीटी) भोपाल बीपीआरएंडडी के संयुक्त तत्वावधान में पुलिस अधिकारियों के लिए नए आपराधिक कानूनों पर संवेदनशीलता - 2023 पर पाठ्यक्रम आयोजित कर रहा है।