भोपाल।
जन न्याय दल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह के उस बयान को जन विरोधी और भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाला बताया है जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के परिवार वालों के कथित भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधे रखने का वादा किया है। जन न्याय दल के प्रवक्ता आलोक सिंघई ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि श्री दिग्विजय सिंह इस तरह के बयान देकर भारतीय राजनीति के दो शलाका पुरुषों को ब्लैकमेल कर रहे हैं। जन न्याय दल ने इस बयान पर संबंधित पक्षों की चुप्पी को संदेहास्पद बताते हुए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मामले की जांच कराने की मांग की है।
जेएनडी की ओर से श्री सिंघई ने कहा कि मीडिया के सामने दिया गया दिग्विजय सिंह का ये बयान आपत्ति जनक है। श्री सिंह को यदि कोई गैरकानूनी कृत्यों की जानकारी है तो उन्हें विधि के समक्ष लाकर दोषियों को दंडित कराना चाहिए। यदि वे केवल थोथी लोकप्रियता बटोरने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं तो उन्हें गलत बयानी के लिए दंडित भी किया जाना चाहिए।
श्री सिंघई ने कहा कि श्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं इस लिहाज से उनकी जवाबदारी है कि वे संबंधित तथ्य जांच एजेंसियों के सामने लाएं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि सबूत छिपाना दंडनीय अपराध है। जन न्याय दल के प्रवक्ता ने कहा कि श्री सिंह के इस बयान पर श्री अटल बिहारी वाजपेयी के परिवार वालों और श्री लालकृष्ण आडवाणी की खामोशी भी संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि इस मामले की सच्चाई लोगों के सामने उजागर होनी चाहिए।
भ्रष्टाचार को छुपाकर दिग्विजय ने किया दंडनीय अपराध- जेएनडी
अक्टूबर 23, 2012
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