विजय यादव, मुंबई.
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शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे |
शिवसेना के मुख पत्र सामना के संपादकीय में ठाकरे ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का विरोध किए जो को सियासी फायदा के बजाय कट्टर राष्ट्रवाद बताते हुए भारतीय क्रिकेट टीम को भी आडे हाथों लेते हुए खिलाड़ियों को ‘क्रिकेटरों के वेष में व्यवसायी’ बताया है। ठाकरे ने सवालिया लहजे में लिखा है कि, ‘अगर विदेशी कलाकारों और खिलाडियों की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है तो पाकिस्तानी आतंकवादियों की धमकी के तहत जीने वाले भारतीय नागरिकों के जीवन और उनकी संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?’ ठाकरे ने अजमल कसाब, अफजल गुरु और अबु जिंदाल को ऐसा कलाकार बताया है, जो आतंकवादी हमलों की कला में विशेषज्ञ हैं। इनको विशेष सुरक्षा में जीवित रखा गया है।
ठाकरे ने शिंदे का मखौल उड़ाते हुए लिखा है कि, ‘आपको पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान और आर्डर आफ पाकिस्तान से सम्मानित किया जाना चाहिए।’
ठाकरे ने ‘अतीत को भूलने संबंधी’ शिंदे के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इसके अलावा भारतीय क्रिकेटरों द्वारा पाकिस्तान के साथ मैच खेलने का विरोध नहीं करने पर कहा है कि, ‘यह सब पैसे का खेल है। मासूम लोग आतंकवादी हमलों में मारे जाते हैं, सैनिक सीमा पार के आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपनी जान देते हैं, लेकिन व्यवसायियों के वेष में क्रिकेटरों का पाकिस्तानियों के साथ खेलना तय है।’
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केंद्रीय गृह मंत्री सुशील शिंदे |
यहां उल्लेखनीय होगा कि, मुंबई समेत देश में कहीं भी होने वाले क्रिकेट मैचों को रोकने के लिए कडे कदम उठाने की ठाकरे की धमकी पर केंद्रीय गृह मंत्री शिंदे ने खेलों और संस्कृति को राजनीति से जोडे जाने की निंदा करते हुए पाकिस्तानी टीम और दर्शकों को हरसंभव सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिलाया था।