खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे ने कहा कि युवाओं को वीएलसीसी अकादमी के माध्यम से रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं और वे अपने स्वर्णिम भविष्य का निर्माण कर रहे है।
खेलमंत्री सोमवार को टीटी नगर स्टेडियम के मार्शल आर्ट हॉल में आयोजित डीएसवायडब्ल्यू वीएलसीसी अकादमी के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर उन्होंने डिप्लोमा करने वाले इंदौर और भोपाल वीएलसीसी केन्द्रों के 126 युवाओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किये। इनमें कास्मेटोलॉजी के 99 और न्यूट्रीशियन के 27 युवा शामिल थे। समारोह में खेल मंत्री द्वारा तीन सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओं को स्टूडेंट आॅफ द ईयर तथा वीएलसीसी के माध्यम से प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्यरत पांच युवाओं को एचिवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में वीएलसीसी हेल्थ एन्ड केयर लिमि. के एमडी संदीप आहूजा ने कहा कि इंदौर और भोपाल के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर दिलाने के लिए खेल और युवा कल्याण विभाग के समन्वित सहयोग से प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को शत प्रतिशत रोजगार मिल रहा है। संचालक खेल और युवा कल्याण उपेन्द्र जैन ने कहा कि युवाओं को उनकी रूचि के अनुसार प्रशिक्षण और रोजगार दिलाने में वीएलसीसी अकादमी की सार्थकता सिद्ध हो रहीं है।
स्वागत भाषण में फेकेल्टी हेड सुश्री शिल्पा माल्यावर ने अकादमी की प्रगति एवं इसके कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2007-08 से अभी तक वीएलसीसी भोपाल में 406 और इंदौर में 2009-10 से अभी तक 183, इस तरह कुल 589 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यक्रम में वीएलसीसी अकादमी से डिप्लोमा प्राप्त कर बेहतर कैरियर हासिल करने वाले युवाओं ने अपने अनुभव शेयर किये। अनुभव साझा करते हुये रोजर लोबो ने बताया कि वीएलसीसी अकादमी से मिले सहयोग से मैं आज जिस मुकाम पर पहुंचा हूँ, उसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। सुमन मिश्रा, निधि दीवान, प्राची नायक, सूर्या राजुरकर, नेन्सी अमराल, जुगल दुबे तथा सबीना ने भी अपने सफल कैरियर की विस्तृत जानकारी देते हुये आभार व्यक्त किया।