रानी दुर्गावती के नाम पर प्रदेश की पहली महिला बटालियन छिंदवाड़ा में बनाई जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश का पहला हाईटेक महिला पुलिस ट्रेनिंग सेंटर भी छिंदवाड़ा में खोलने की तैयारी है। पुलिस मुख्यालय में इसके लिए प्रस्ताव भी तैयार हो रहा है। बटालियन और ट्रेनिंग सेंटर के लिए पीएचक्यू ने छिंदवाड़ा कलेक्टर को 100 एकड़ जमीन आवंटित करने के लिए पत्र लिखा है।
प्रदेश में जिला पुलिस बल में ही महिला अधिकारी और पुलिसकर्मी हैं। जिला बल में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण है। लेकिन सशस्त्र सुरक्षा बल (एसएएफ) में महिलाओं को आरक्षण नहीं है। महिलाओं की अलग से कोई बटालियन भी नहीं है। राजधानी की 23वीं बटालियन में मात्र एक कंपनी महिलाओं की है। कई राज्यों में महिलाओं की बटालियन है।
वचन पत्र में किया था वादा: कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में रानी दुर्गावती महिला बटालियन बनाने का वादा किया है। इस वादे को पूरा करने के लिए छिंदवाड़ा में रानी दुर्गावती महिला बटालियन बनाई जाएगी। हालांकि बटालियन के पदों का प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ है। बटालियन में ही महिला पुलिस ट्रेनिंग सेंटर भी बनेगा। अभी छिंदवाड़ा में आठवीं बटालियन है। महिला बटालियन बनने के बाद यहां पर दो बटालियन हो जाएगी। एक बटालियन में आमतौर पर छह कंपनियां होती हैं। एक कंपनी में करीब 120 से 130 जवान होते हैं।
100 एकड़ में बनेगी बटालियन और ट्रेनिंग सेंटर: पुलिस मुख्यालय ने बटालियन और महिला ट्रेनिंग सेंटर के लिए छिंदवाड़ा जिले में 100 एकड़ जमीन मांगी है। यह प्रदेश का आधुनिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर भी होगा, जिसमें आधुनिक संसाधनों से महिला पुलिस आरक्षकों और महिला उपनिरीक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। जगह मिलने के बाद सेंटर का विस्तार से प्रस्ताव बनाया जाएगा। आधुनिक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में हवाई पट्टी भी होगी। प्रदेश में अब तक महिला पुलिसकर्मियों के लिए अलग से ट्रेनिंग सेंटर नहीं है। महिलाएं भी सागर और भौंरी में उपनिरीक्षक की ट्रेनिंग लेती हैं। जबकि महिला सिपाहियों की ट्रेनिंग इंदौर, सागर, उज्जैन और भौंरी स्थित पीटीएस में होती है।
रानी दुर्गावती के नाम पर महिलाओं की एक बटालियन और ट्रेनिंग सेंटर छिंदवाड़ा में बनाया जाएगा। इसके कलेक्टर छिंदवाड़ा से जमीन आवंटन के लिए चर्चा हुई है। जल्द ही बटालियन और ट्रेनिंग सेंटर का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।