केपी सिंह, यह 1993-2003 वाला दौर नहीं है, यह 2019 है। कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे चलाना बंद करो नहीं तो पिछोर से लेकर भोपाल तक आंदोलन और प्रदर्शन होंगे। केपी सिंह भूलना नहीं, शिवराज अभी जिंदा है। यह बात मंगलवार को पिछोर के परेड ग्राउंड में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संभा को संबोधित करते हुए कही। वे बीते 9 दिनों से अनशन पर बैठे भाजपा नेता प्रीतम सिंह लोधी के धरना प्रदर्शन में शामिल होने आए थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवराज ने 15 साल में कभी जनता पर झूठे मुकदमे नहीं लादे। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि भूलो मत, यह सरकार लंगड़ी है। बैसाखियों पर है। चाहते तो हम भी सरकार बना सकते थे, पर बैसाखियों वाली सरकार हम बनाना नहीं चाहते थे। थोड़ी बहुत सीटें ज्यादा लाकर सरकार बना ली तो क्या अब भाजपा के कार्यकर्ताओं को परेशान करोगे। उन पर झूठे मुकदमे लादोगे। हमें आपसे ज्यादा वोट प्रतिशत मिला। हमें 41 फीसदी वोट मिले और आपको 40.9 फीसदी। अब सरकार बनाई है तो वादे निभाओ। उन्होंने एसपी-कलेक्टर को ज्ञापन देकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लेने और किसी भी तरह का कोई झूठा केस भाजपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज नहीं करने की मांग की।
शिवराज का आरोप- केपी सिंह ईमानदारी से नहीं जीते : केपी सिंह की चुनावी जीत पर तंज कसते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि कौन नहीं जानता, यहां कैसा चुनाव हुआ। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सवाल पूछा- क्या यह ईमानदारी से जीते, फिर खुद ही कहा- नहीं जीते। जीत गए तो क्या अब प्रीतम और भाजपा के कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कराओगे।
पूर्व सीएम ने कहा-कांग्रेस गंदी राजनीति से बचे : 2 मिनट की प्रेसवार्ता में पूर्व सीएम ने कहा कि आज जनता का समुद्र पिछोर में उमड़ा है। लोकतंत्र में हार जीत लगी रहती है। सरकार बनती बिगड़ती रहती है। जनता ने कांग्रेस को भाजपा को कुचलने के लिए वोट नहीं दिया। इस गंदी राजनीति से कांग्रेस बचे और झूठे मुकदमे वापस लेने के साथ आगे से इस तरह की पुनरावृत्ति न हो।