बुधवार रात 11.20 बजे एसपी सचिन अतुलकर ने वायरलैस सेट पर मैसेज किया कि सभी पुलिस अधिकारी तत्काल महाकाल मंदिर पहुंचे। सूचना के बाद सीएसपी हंसराज, नीलगंगा टीआई प्रकाश वास्कले, पुलिस फोटोग्राफर विनोद राठौर सबसे पहले मंदिर पहुंचे। मंदिर के ताले लग चुके थे, चौकी से शाम की ड्यूटी वाले पुलिसकर्मी घर जा चुके थे। वापस ताले खुले और रात 11.33 बजे एसपी के चौकी पर पहुंचने के बाद सबसे देरी से बीडीडीएस, देवासगेट टीआई और मंदिर चौकी प्रभारी पहुंचे। एसपी ने कहा- इमरजेंसी सूचना थी, आप 40 मिनट देरी से आए हैं मेरी नजर में फेलियर साबित हुए। कार्रवाई रात 2.30 बजे तक चली।

बुधवार रात यह दृश्य महाकाल मंदिर की सुरक्षा को लेकर बुलाई आकस्मिक मॉकड्रील का था। शाम को छह घंटे की मीटिंग के बाद पुलिस अधिकारियों ने सोचा नहीं था कि आकस्मिक सूचना पर उन्हें दौड़ना पड़ेगा। मॉकड्रील के बाद एसपी ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर नया निर्णय लिया। निर्देश दिए कि अब स्क्वॉड की टीम दिन में शहर के सार्वजनिक स्थानों पर सर्चिंग करेंगी और रोज रात को 10 से सुबह 4 बजे तक मंदिर में तैनात रहकर सर्चिंग करेंगी। मंदिर में तड़के भस्मारती के दौरान डेढ़ हजार श्रद्धालु प्रतिदिन रहते हैं, जिसे देखते हुए सशस्त्र पुलिसकर्मियों के साथ ही 12 अतिरिक्त जवानों की रात में तैनाती कर दी है।
महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए रात दो बजे से दो महिला पुलिसकर्मी भी अतिरिक्त ड्यूटी करेगी। रात 2 बजे तक एसपी मंदिर में ही थे और एक-एक पुलिसकर्मियों के बारे में पता किया। एसपी ने कहा सूचना के बाद चौकी पर नहीं पहुंचने वाले महिला थाना टीआई छोटेलाल कटारा और अजाक डीएसपी ज्योति भार्गव को नोटिस दिया जाएगा।
महाकाल टीआई से पूछा- पांच मिनट में थाने के कितने पुलिसकर्मी आ सकते हैं, टीआई ने कहा 10 से 12 : एसपी ने महाकाल थाना टीआई राकेश मोदी से पूछा पांच मिनट में मंदिर पर थाने के कितने पुलिसकर्मियों को बुला सकते हो, टीआई ने कहा- 10-12 पुलिसकर्मी आ जाएंगे। एसपी ने कहा- अधिक क्यों नहीं? टीआई ने बताया- कई पुलिसकर्मी लाइन में रहते हैं, इस कारण देर लग सकती है। एसपी ने कहा- थाने के पास की पुलिस कॉलोनी में महाकाल थाने का स्टाॅफ रहे ऐसी व्यवस्था करें ताकि फोर्स तत्काल उपलब्ध हो सके।
देवासगेट टीआई बोले- मेरी रात्रि गश्त है, इसलिए घर जाकर सो गया, एसपी बोले- तत्काल मतलब क्या? : मंदिर चौकी पर देवासगेट टीआई जितेंद्र भास्कर सूचना के आधे घंटे बाद महाकाल मंदिर पहुंचे। उनकी जगह थाने का सब इंस्पेक्टर आया था। एसपी ने कहा टीआई को ही जगाओ। इसके बाद टीआई वहां पहुंचे। जब एसपी ने देर से आने का कारण पूछा तो बोले मेरी रात्रि गश्त है, सो गया था। एसपी ने कहा आप तत्काल का मतलब नहीं समझते हैं क्या?
चौकी प्रभारी बोले- अवकाश रजिस्टर ताले में है, एसपी बोले- झूठ मत बोलो : चौकी प्रभारी पचौरी पौन घंटे बाद आए, एसपी ने कहा- तत्काल का क्या मतलब होता है, पचौरी ने कहा- 11 बजे मंदिर बंद होने के बाद ही घर गया था, इस कारण देर लगी। एसपी ने चौकी के स्टाॅफ की जानकारी ली। पचौरी ने बताया होमगार्ड के 52 जवान तथा पुलिस के 35 जवान चौकी पर तैनाती है। इनमें 9 महिला पुलिसकर्मी है। एसपी ने अवकाश पर गए और वापस लौटे पुलिसकर्मियों के रजिस्टर का पूछा तो चौकी प्रभारी ने कहा वह तो अलमारी में है, ताला लगा है।
एसपी ने कहा- ताला तोड़ देते हैं, लेकिन दावे से कह सकता हूं उसमें रजिस्टर नहीं होगा। चौकी प्रभारी से कहा झूठ मत बोलाे, रजिस्टर नहीं है तो बनाओ। निर्देश दिए कि मंदिर में सीसीटीवी पर बैठने वाले चार पुलिसकर्मी दिनभर मंदिर में बैठकर क्या सूचना देते हैं, लिखित में रोज रिपोर्ट चाहिए। मौखिक आदेश पर तीन एसआई, एक एएसआई ड्यूटी कर रहे हैं। उनके बारे में भी पता किया। एसएफ जवानों की जानकारी लेकर सशस्त्र जवानों को रात में ही चौकी पर बुलवाया।