नकली अंकसूची लगाकर भारी वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाले एक गिरोह को पकड़ने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने चार आरटीओ एजेंटों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में 8वी कक्षा की कोरी अंकसूची भी बरामद की गई है।
तेजाजी नगर पुलिस के अनुसार नकली अंकसूची लगाकर भारी वाहनों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाले एक गिरोह के चार सदस्य अर्पित अग्रवाल, विकास बलाई, प्रेमसागर शर्मा और नजीब पिता शब्बीर को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा फर्जी अंकसूची बनाने वाले दो आरोपियों रईस पिता कल्लू खान और भोला उर्फ मनोज राजोले को भी गिरफ्त में लिया गया है।
आरेापियों के पास से 8वी कक्षा की लगभग 100 नकली अंकसूची बरामद की गई है। इनमें से कुछ अंकसूचियों पर स्कूलों की सील भी लगी हुई थी। इसके साथ ही कई स्कूलों की सील भी आरोपियों के पास मिली है।

पुलिस के अनुसार जो अंकसूची जब्त की गई हैं वह असली जैसी ही दिखती है क्योंकि 8वीं कक्षा की अंकसूची विद्यालय स्तर पर ही बनाई जाती है, अत: जब तक विद्यालय इसकी पुष्टि नहीं करता तब तक यह पता लगाना मुश्किल होता है कि यह फर्जी है या असली।
पकड़े गए आरोपियों में शामिल रईस पूर्व में किसी विद्यालय में प्रधानाचार्य था अत: उसे पता था कि किस तरह से अंकसूची तैयार की जाती है। मामले में आरटीओ के साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों के लिप्त होने की भी जांच की जा रही है।
8 हजार रुपए लेते थे
जिन लोगों के पास 8वी की मार्कशीट नहीं होती है और वे भारी वाहनों का लाइसेंस बनवाना चाहते थे उनसे उक्त आरोपी 8 हजार रुपए वसूलते थे। इसमें आरोपी संबंधित व्यक्ति की फर्जी अंकसूची तैयार कर दस्तावेज के रूप में लगाकर आरटीओ कार्यालय में जमा करते थे।