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नॉन प्लेइंग कप्तान विवाद पर एआईटीए ने कहा- भूपति के इनकार के बाद ही दूसरे नाम को तय किया गया


मुंबई।  एआईटीए (ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन) के सीईओ अखौरी विश्वदीप ने गुरुवार को वो पूरा घटनाक्रम बताया जिसमें महेश भूपति की जगह पर रोहित राजपाल को भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले डेविस कप मुकाबलों के लिए टीम का नॉन प्लेइंग कप्तान बनाया गया। उनके मुताबिक भूपति ने टीम के साथ पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था, इसी वजह से राजपाल को ये जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने बताया कि इस पद के लिए लिएंडर पेस के नाम पर भी सहमति बन गई थी, लेकिन प्लेइंग सदस्य होने की वजह से उनका नाम हटाना पड़ा। इससे पहले भूपति ने कहा था कि उन्हें भरोसा है कि वे ही अब भी टीम के नॉन प्लेइंग कप्तान हैं।

विश्वदीप ने कहा, 'पिछले तीन महीनों के दौरान एआईटीए और आईटीएफ (इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन) के बीच कई बार पत्रों से बात हुई, हालांकि उनमें मैचों के स्थान परिवर्तन के बारे में कोई संकेत नहीं दिया गया। 28 सितंबर 2019 महेश भूपति ने कहलवाया कि उन्होंने हर खिलाड़ी से व्यक्तिगत रूप से बात की और कोई पाकिस्तान जाने को तैयार नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि एआईटीए को स्थान परिवर्तन के बारे में पूछना चाहिए और अगर वे तैयार नहीं होते हैं तो स्थान खोने के लिए तैयार रहना चाहिए।'

नेशनल ड्यूटी की वजह से पेस हो गए तैयार

उन्होंने कहा, 'एआईटीए की एक बैठक में सभी संबंधित पक्षों ने मिलकर ये तय किया था कि अगर मैचों को इस्लामाबाद से स्थानांतरित नहीं किया जाता है तो भी भारत मैचों को नहीं छोड़ेगा। हम सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान फेडरेशन और आईटीएफ पर दबाव डाल रहे थे। 15 अक्टूबर को हुई बैठक के आधार पर महासंघ ने लिएंडर पेस से इस्लामाबाद जाने के लिए संपर्क किया और नेशनल ड्यूटी की वजह से वे इसके लिए तैयार हो गए। भूपति ने पहले ही हमें बता दिया था कि वे पाकिस्तान नहीं जाएंगे क्योंकि उनका परिवार नहीं चाहता कि वे पड़ोसी देश की यात्रा करें।' 

प्लेइंग सदस्य होने की वजह से पेस का नाम हटाया गया

लिएंडर पेस को नॉन-प्लेइंग कप्तान नहीं बनाने के पीछे की वजह को बताते हुए उन्होंने कहा, 'अगर मुकाबले इस्लामाबाद में होने थे तो एक कप्तान को ढूंढना भी महत्वपूर्ण था जो पाकिस्तान जाने के लिए तैयार हो। ये तय किया गया कि पेस को कप्तानी नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि वे एक प्लेइंग सदस्य थे और उन्हें अतिरिक्त जिम्मेदारी का बोझ नहीं दिया जाना चाहिए था। हमारे पास हमेशा एक नॉन प्लेइंग कप्तान रहा है, इसलिए इन परिस्थितियों में रोहित राजपाल को कप्तान बनने के लिए कहा गया। इस जिम्मेदारी को उठाने को लेकर उन्होंने अपनी सहमति दे दी।'

परिवार में नेशनल ड्यूटी के लिए कोई ना नहीं कहता

टीम के नॉन प्लेइंग कप्तान बनाए गए रोहित राजपाल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, 'मुझे नियुक्त किया गया और पाकिस्तान के खिलाफ टीम का नेतृत्व करने के लिए कहा गया। मुझे कहा गया कि लिएंडर खेल रहे हैं, इस वजह से उन्हें कप्तान नहीं बनाया जा सकता। कप्तान बनाने के लिए आनंद अमृतराज के नाम पर भी चर्चा हुई, लेकिन वे अमेरिका में रहते हैं और सिर्फ एक मैच के लिए उन्हें कप्तान बनाना व्यावहारिक नहीं था। इसलिए इन परिस्थितियों में मुझे टीम का नेतृत्व करने के लिए कहा गया। मैं एक ऐसे परिवार से आता हूं, जहां मुझे सिखाया गया है कि नेशनल ड्यूटी के लिए कोई ना नहीं कह सकता।'

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